IND Vs SA: कोरोना वायरस के दौर में क्रिकेटर्स के लिए खेल के मैदान पर उतरना कहीं ज्यादा चुनौती वाला काम रहा है. बायो बबल की वजह से कई खिलाड़ियों ने अपना मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होने की बातें कही हैं. हालांकि अब बीसीसीआई (BCCI) ने अपने खिलाड़ियों को राहत देने का एलान किया है. भारत और दक्षिण अफ्रीका (INDvSA) के बीच खेली जाने वाली सीरीज बिना बायो बबल के ही आयोजित होगी. टीम इंडिया के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने बीसीसीआई के इस फैसले का स्वागत किया है.


विकेटकीपर-बल्लेबाज पंत इस समय टीम इंडिया के साथ दिल्ली में है. भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सीरीज 9 जून से अरुण जेटली स्टेडियम में शुरू हो रही है. पंत का कहना है कि वो बिना बायो बबल के हो रही सीरीज का हिस्सा बनने अच्छा महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "बायो-बबल से बाहर निकलना वास्तव में बहुत अच्छा एहसास है और उम्मीद है कि अब बायो-बबल जैसे हालात नहीं होंगे, इसलिए मैं जानकर बेहद खुश हूं."


दिमाग को आराम देना बेहद जरूरी


पंत का मानना है कि क्रिकेटर्स के लिए अपने दिमाग को आराम देना बेहद जरूरी है. स्टार खिलाड़ी ने कहा, "जब आप पूरे साल खेलते रहते हैं, खासकर उस तरह के दबाव के साथ जो आपके दिमाग को आराम देने के लिए महत्वपूर्ण है. अगर आप अपने दिमाग को तरोताजा नहीं कर सकते हैं, तो आप अपना सौ प्रतिशत नहीं देंगे. हमें अपने ऊपर काम करते रहने की जरूरत है, ताकि आप तरोताजा रहें."


उनकी बल्लेबाजी के बारे में पूछे जाने पर युवा क्रिकेटर ने कहा कि वह विकेटकीपर-बल्लेबाज कहलाना चाहते हैं. उन्होंने आगे कहा, "जब भी मैं मैदान पर आता हूं तो मैं हमेशा अपना सौ प्रतिशत देने की कोशिश करता हूं, लेकिन मैं हमेशा विकेटकीपर-बल्लेबाज ही रहा हूं, क्योंकि बचपन से ही कीपिंग शुरू की थी, क्योंकि मेरे पिता भी विकेटकीपर थे. इसी तरह मैंने विकेटकीपिंग करना शुरू किया."


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