आईसीसी क्रिकेट विश्वकप 2019 में हार के बाद भारतीय टीम अब एक नई शुरुआत करने के लिए तैयार है. टीम इंडिया में कई युवा खिलाड़ियों को शामिल किया गया है. जबके एमएस धोनी जैसे दिग्गज ने खुद को वेस्टइंडीज़ दौरे से बाहर रखा है. ऐसे में टीम की विकेटकीपिंग की पूरी तरह से जिम्मेदारी रिषभ पंत के युवा कंधों पर आ गई है. रिषभ पंत ने कहा है वो सिर्फ देश के लिए अच्छा करना चाहते हैं.


समाचार पत्र हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में पंत ने धोनी के रिपलेस्टमेंट के तौर पर टीम में शामिल होने वाले सवाल का जवाब दिया. पंत ने कहा, ''मुझे पता है कि धोनी की जगह को भर पाना बहुत ही बड़ा कमाल है. लेकिन अगर मैं इस बारे में सोचने लगूंगा तो फिर मुश्किलें बढ़ेंगी, इसलिए मैं सोचता ही नहीं हूं कि लोग क्या कह रहे हैं. मैं सिर्फ अपने खेल पर ध्यान देता हूं और मैं अपने देश के लिए अच्छा करना चाहता हूं. मैं इस चैलेंज को सकारात्मक तरीके से ले रहा हूं. अब मुझे बस सीखना है और देखना है कि और सुधार करने के लिए मैं क्या कर सकता हूं.''


धोनी के साथ खेले मैच और उनसे सीखने पर पंत ने कहा कि वो जिस तरह से मैच को पढ़ते हैं उससे बहुत कुछ सीखने को मिला. पंत ने कहा, ''वो जिस तरह से मैच को पढ़ते हैं वो पहली ऐसी चीज़ है जो मैंने उनसे सीखी. साथ ही वो मुश्किल परिस्थिति में भी बेहद शांत बने रहते हैं. उनसे बहुत कुछ सीखा जा सकता है. मैच ही नहीं बल्कि मैदान के बाहर भी वो बहुत मददगार हैं, और मैं हमेशा ही अपने सीनियर्स से सीखने की कोशिश करता हूं.''


इसके साथ ही वनडे क्रिकेट में टीम इंडिया की सबसे बड़ी समस्या नंबर 4 की बल्लेबाज़ी पर पंत ने कहा कि वो इस नंबर पर बल्लेबाज़ी करना पसंद करते हैं. इस युवा विकेटकीपर ने कहा, ''मुझे नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी करना बेहद पसंद है, ये मेरे लिए कुछ नया नहीं है क्योंकि मैं पहले भी नंबर 4 पर खेल चुका हूं इतना ही नहीं मैं आईपीएल में भी इस पोज़ीशन पर खेला हूं. मैं उस भूमिका के लिए अभ्यास भी कर रहा था.''


आपको बता दें कि रिषभ पंत को शिखर धवन के चोटिल होने के बाद विश्वकप 2019 के बीच में टीम में चुना गया. जिसके बाद उन्हें निरंतर मौके भी मिले लेकिन वो कोई बड़ा कमाल नहीं कर सके.


रिषभ पंत ने टीम इंडिया के लिए अब तक कुल 9 मैचों में 209 रन बनाए हैं, जबकि 15 टी20 में वो अब तक कुल 233 रन बना चुके हैं.