दुनियाभर के क्रिकेटर भारत की टी20 लीग इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने आते हैं. हर कोई इसका हिस्सा बनना चाहता है. वहीं दुनिया ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज (कैरेबियन द्वीप समूह) समेत कई देशों में भी टी-20 लीग होती है, लेकिन भारतीय क्रिकेटर उसमें हिस्सा नहीं लेते, क्योंकि बीसीसीआई इसकी इजाजत नहीं देता. अब कुछ भारतीय क्रिकेटरों ने इसमें बदलाव के लिए आवाज उठाई है. टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा ने बोर्ड से मांग की है कि खिलाड़ियों को विदेशी लीग में खेलने की इजाजत दी जाए.
रॉबिन उथप्पा ने 2006 में भारतीय टीम में अपना डेब्यू किया था, लेकिन उनका करियर ज्यादा लंबा नहीं चल पाया. इसके बाद से वो सिर्फ घरेलू फर्स्ट क्लास क्रिकेटर और आईपीएल में ही खेल रहे हैं. इसके आधार पर ही उथप्पा ने कहा कि खिलाड़ियों को कम से कम 2 विदेशी लीग में खेलने का मौका मिलना चाहिए.
उम्मीद है गांगुली लाएंगे बदलाव
बीबीसी के 'द दूसरा' पॉडकास्ट में बात करते हुए उथप्पा ने कहा, "हमें जाने देना चाहिए. जब हमें इजाजत नहीं मिलती है तो दुख होता है. अगर हम कम से कम दो विदेशी लीग खेलने जाते हैं तो ये काफी अच्छा होगा क्योंकि खेल के छात्र होने के नाते आप हमेशा सीखना और बढ़ना चाहते हो."
बीसीसीआई की पॉलिसी भारतीय खिलाड़ियों को विदेशी लीग में खेलने की इजाजत नहीं देती. ऐसे में उन खिलाड़ियों के लिए स्थिति काफी मुश्किल होती है जिनके लिए टीम इंडिया में वापसी के दरवाजे बंद हो चुके होते हैं. हालांकि भारतीय महिला क्रिकेटरों को बीसीसीआई की ओर से ये इजाजत है और स्मृति मांधना, हरमनप्रीत कौर और जेमीमा रॉड्रिग्ज जैसी खिलाड़ी महिला बीबीएल में खेलती नजर आती हैं.
उथप्पा ने उम्मीद जताई कि गांगुली इस दिशा में कुछ बदलाव कर सकते हैं, क्योंकि वो प्रगतिशील सोच वाले शख्स हैं. उथप्पा ने कहा, "गांगुली काफी प्रगतिशील सोच वाले इंसान हैं, जो हमेशा से भारत को ऊंचे स्तर पर ले जाने के लिए जुटे रहते हैं. असल में आज भारत जहां है, उसकी बुनियाद गांगुली ने ही रखी थी. हमें उम्मीद है कि वो जरूर इस मुद्दे पर ध्यान देंगे."
2015 में खेला था आखिरी मैच
भारत के लिए 46 वनडे और 12 टी20 मैच खेलने वाले उथप्पा ने दोनों फॉर्मेट मिलाकर 1,183 रन बनाए, जिसमें 7 अर्धशतक शामिल हैं. अपने पहले ही वनडे मैच में उथप्पा ने 86 रन बनाए थे, जो भारत की ओर से एक रिकॉर्ड है. वहीं आईपीएल के सबसे सफल बल्लेबाजों में शामिल उथप्पा ने 177 मैचों में 4,411 रन बनाए हैं. उथप्पा ने आखिरी बार भारत के लिए 2015 में क्रिकेट खेला था.
उथप्पा से पहले इरफान पठान और सुरेश रैना भी इस मुद्दे पर बोल चुके हैं. रैना ने हाल ही में कहा था कि जिन खिलाड़ियों के पास सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट नहीं है, उन्हें विदेशी लीग में खेलने का मौका मिलना चाहिए.
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