Robin Uthappa on Sanju Samson: संजू सैमसन (Sanju Samson) ने महज 21 साल की उम्र में इंटरनेशनल डेब्यू कर लिया था. 2015 में उन्हें डेब्यू का मौका मिला था. अब यह खिलाड़ी 28 वर्ष का हो चुका है लेकिन लेकिन इन बीते सात सालों में उसे महज 11 वनडे और 17 टी20 मुकाबले खेलने का मौका मिला है. यह खिलाड़ी टीम से अंदर-बाहर होता रहा है. पिछली कुछ सीरीज से देखें तो संजू सैमसन को स्कवाड में शामिल तो किया जाता है लेकिन उन्हें बमुश्किल सीरीज का एकाध मैच खेलने का मौका मिलता है और बाकी में प्लेइंग-11 से बाहर बैठा दिया जाता है. अब इस पर भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा (Robin Uthappa) का बयान आया है.
रॉबिन उथप्पा का कहना है कि टीम प्रबंधन को संजू सैमसन को थोड़े लंबे वक्त के लिए मौका देना चाहिए. एक मैच खिलाकर दूसरे में ड्रॉप देना गलत तरीका है. उथप्पा ने TOI से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में यह बात कही. उथप्पा ने कहा, 'उन्हें थोड़े लंबे समय के लिए प्लेइंग-11 में बनाए रखना चाहिए. वह एक हाई क्वालिटी प्लेयर हैं, जिनमें बहुत काबिलियत है. उन्हें अब तक लंबे समय के लिए मौका नहीं मिला है. अगर आप उन्हें नंबर-3 पर खिलाना चाहते हैं तो कम से कम लगातार 5 मैचों में उन्हें मौका दीजिए. अगर आप उन्हें नंबर-5 पर उतारना चाहते हैं तो इस स्लॉट पर कम से कम थोड़े मौके तो दीजिए.'
'एक मैच खिलाना और दूसरे में ड्रॉप करना गलत'
उथप्पा कहते हैं, 'उन्हें दो-तीन सीरीज में लगातार मौके दीजिए और फिर देखिए कि वह कैसा परफॉर्म करते हैं. अगर वह अच्छा नहीं कर पाते हैं तब आप कह सकते हैं कि वह इंटरनेशनल लेवल के खिलाड़ी नहीं हैं. लेकिन अगर आप उन्हें स्क्वाड में सिलेक्ट करते हैं, फिर एक मैच खिलाते हैं और फिर अगले मैं ड्रॉप करके कहते हैं कि वह अच्छा नहीं खेल रहे हैं तो यह गलत संदेश जाता है.'
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