भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में बड़ा बदलाव हो गया है. 1983 की वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य और पूर्व ऑलराउंडर रोजर बिन्नी (Roger Binny) बीसीसीआई के 36वें अध्यक्ष बन गए हैं. रोजर बिन्नी ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) को रिप्लेस किया है. बीसीसीआई की मुंबई में चल रही एनुअल जनरल मीटिंग में रोजर बिन्नी निर्विरोध बीसीसीआई के अध्यक्ष चुने गए.
पिछले हफ्ते ही यह साफ हो गया था कि रोजर बिन्नी बीसीसीआई के अगले अध्यक्ष बनेंगे. पिछले हफ्ते दिल्ली में बीसीसीआई के अधिकारियों की अहम बैठक हुई थी. इस बैठक के बाद रोजर बिन्नी ने बीसीसीआई के अध्यक्ष बनने के लिए नॉमिनेशन फाइल किया था. रोजर बिन्नी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए कोई और नॉमिनेशन अप्लाई नहीं हुआ और वह निर्विरोध बीसीसीआई के 36वें अध्यक्ष चुने गए हैं.
खत्म हुआ सौरव गांगुली का सफर
इसके साथ ही बीसीसीआई में पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का सफर समाप्त हो गया है. सौरव गांगुली अक्टूबर 2019 में पहली बार बीसीसीआई के अध्यक्ष चुने गए थे. सौरव गांगुली का कार्यकाल 9 महीने का ही था. लेकिन अध्यक्ष पद को लेकर मामला कोर्ट में होने की वजह से वह तीन साल तक बीसीसीआई के अध्यक्ष बने रहे. हालांकि सौरव गांगुली कोलकाता क्रिकेट बोर्ड में नई पारी का आगाज कर सकते हैं.
सौरव गांगुली के दोबारा अध्यक्ष नहीं बनने पर बड़ा विवाद भी देखने को मिला. रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि सौरव गांगुली दोबारा बीसीसीआई का अध्यक्ष बनना चाहते थे लेकिन उन्हें बोर्ड के अंदर समर्थन हासिल नहीं हुआ. पिछले हफ्ते हुई मीटिंग में सौरव गांगुली के बिन्नी के खिलाफ चुनाव लड़ने की जानकारी भी सामने आई थी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
इसके अलावा सौरव गांगुली के कार्यकाल पर सवाल उठाने की खबरें भी सामने आई. हालांकि बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने सौरव गांगुली का बचाव किया और उनके कार्यकाल को बेहतर बताया.