सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के संन्यास लेने के बाद भारतीय शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी की जिम्मेदारी बखूबी निभाने वाले रोहित शर्मा और शिखर धवन मौजूदा समय में दुनिया की सबसे सफल सलामी जोड़ी के रूप में विश्व कप में कदम रखेंगे.


रोहित और धवन ने मिलकर अब तक 101 वनडे मैचों में साझेदार के तौर पर 4541 रन जोड़े हैं जो कि पिछले दस सालों में किसी भी सलामी जोड़ी का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड है. इन दोनों ने अब तक 15 शतकीय और 13 अर्द्धशतकीय साझेदारियां निभायी हैं.


ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेले गये पिछले विश्व कप के बाद के आंकड़ों पर भी गौर करें तब भी रोहित और धवन विश्व भर की सलामी जोड़ियों के सामने अव्वल ही साबित होते हैं. भारतीय जोड़ी ने इन चार वर्षों में 60 मैचों में 2609 रन मिलकर बनाये जिसमें आठ शतकीय और सात अर्द्धशतकीय साझेदारियां शामिल हैं.


इन चार सालों में ओपनर बल्लेबाजों में सर्वाधिक रन रोहित के बल्ले से निकले. उन्होंने 71 मैचों में 61.12 की औसत से 3790 रन बनाये जिसमें 15 शतक और 16 अर्द्धशतक दर्ज हैं. धवन इस सूची में 67 मैचों में 2848 रन के साथ चौथे स्थान पर हैं.


विश्व कप में भाग ले रहे सभी ओपनर बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर गौर करें तो वेस्टइंडीज के क्रिस गेल (9850 रन), साउथ अफ्रीका के हाशिम अमला (7880) और बांग्लादेश के तमीम इकबाल (6636) ने ओपनर के तौर पर रोहित (6043) से अधिक रन बनाये हैं लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि भारतीय बल्लेबाज लंबे समय तक मध्यक्रम में अपनी भूमिका निभाता रहा. रोहित ने अब तक जो 206 वनडे खेले हैं उनमें से 103 मैचों में वह मध्यक्रम में उतरे.


रोहित ने जनवरी 2013 से नियमित तौर पर ओपनर बल्लेबाज की भूमिका निभायी और इसके बाद ओपनर के रूप में सर्वाधिक रन (6014) उन्हीं के नाम पर दर्ज हैं. उनके बाद दूसरे स्थान पर धवन (5286), अमला (4676), क्विंटन डिकाक (4493), मार्टिन गुप्टिल (4264) और आरोन फिेंच (4012) का नंबर आता है.


ब्रिटेन में 30 मई से शुरू होने वाले क्रिकेट महाकुंभ में भाग ले रही अन्य देशों की सलामी जोड़ियों के पिछले विश्व कप के बाद के प्रदर्शन पर गौर करें तो रोहित और धवन के बाद साउथ अफ्रीका के अमला और डिकाक (2442 रन), इंग्लैंड के जॉनी बेयरस्टॉ और जैसन राय (1675), ऑस्ट्रेलिया के फिंच और डेविड वार्नर (1350), पाकिस्तान के फखर जमां और इमाम उल हक (1269) तथा बांग्लादेश के तमीम इकबाल और सौम्य सरकार (1155) ही इन चार सालों में मिलकर 1000 से अधिक रन बना पाये हैं.