IND Vs AFG: अफगानिस्तान के खिलाफ सीरीज में रोहित शर्मा और विराट कोहली की वापसी के बाद कई सारे सवाल खड़े हो रहे हैं. सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि आखिर क्यों सिलेक्टर्स 14 महीने के लंबे अंतराल के बाद इन दोनों खिलाड़ियों को टी20 फॉर्मेट में वापस लेकर आए. लेकिन मौजूदा समय में जो हालात हैं उन्हें देखकर यह समझना ज्यादा मुश्किल नहीं है कि क्यों टी20 वर्ल्ड कप से ठीक पहले सिलेक्टर्स एक बार फिर से रोहित शर्मा और विराट कोहली पर भरोसा जता रहे हैं.


इस बात में कोई शक नहीं है कि बीते दशक में रोहित शर्मा और विराट कोहली लिमिटिड ओवर्स फॉर्मेट में दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक रहे हैं. दोनों दिग्गज खिलाड़ियों के हालिया फॉर्म को देखते हुए भी इन्हें अनदेखा कर पाना सिलेक्टर्स के लिए मुमकिन नहीं था. रोहित शर्मा ने वनडे वर्ल्ड कप में लगभग हर मैच में टीम को तूफानी शुरुआत दिलाई. रोहित ने स्ट्राइक रेट को लेकर उठ रहे सवालों के जवाब वर्ल्ड कप की परफॉर्मेंस से दे दिए. विराट कोहली ने भी लगभग हर मैच में शानदार बल्लेबाजी की और एंकर की भूमिका में लाजवाब काम किया. इसलिए विराट कोहली का दावा भी मजबूत हुआ.


क्यों हुई वापसी


हार्दिक पांड्या और सूर्यकुमार यादव के चोटिल होने ने भी इन दोनों खिलाड़ियों की वापसी में अहम भूमिका निभाई. हार्दिक और सूर्यकुमार यादव के नहीं होने की वजह से टीम इंडिया के बैटिंग डिपार्टमेंट में अनुभव की कमी साफतौर पर देखी जा सकती है. इसके अलावा लीडरशिप के लेवल पर भी किसी और खिलाड़ी को अब तक तैयार नहीं किया गया.


रोहित शर्मा लीडरशिप के गैप को भरने के लिए बेस्ट विकल्प हैं. हाल ही में वर्ल्ड कप के दौरान रोहित शर्मा की लीडरशिप की हर किसी ने सराहना की. इसके अलावा ड्रेसिंग रूम के माहौल को भी सभी ने सराहा. वहीं विराट कोहली के पास स्थिति के हिसाब से खेलने की क्षमता है. पिछले टी20 वर्ल्ड कप में विराट कोहली टीम इंडिया के बेस्ट बैटर साबित हुए. इन्हीं वजहों से रोहित शर्मा और विराट कोहली की वापसी एक बार फिर से मुमकिन रही.