World Cup 2019: मेजबान इंग्लैंड ने वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को 31 रन से हराकर अपनी सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को कायम रखा है. इंग्लैंड की जीत में बेयरस्टो की 111 रन की और रॉय की 66 रन की पारी का बड़ा योगदान रहा. हालांकि पारी की शुरुआत में ही रॉय विकेट के पीछे कैच आउट थे, लेकिन भारतीय टीम डीआरएस लेने से चूक गई.


मैच के बाद डीआरएस ना लेने पर धोनी की आलोचना हो रही थी. इस आलोचना पर टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा ने धोनी का बचाव किया है. उन्होंने कहा, ''विपक्षी खिलाड़ी को नाट आउट करार दिए जाने के बाद रिव्यू पर फैसला लेने का काम महेंद्र सिंह धोनी का नहीं हो सकता है और लोगों की भी इसमें भूमिका होती है.''

दरअसल, इंग्लैंड के मैच में हार्दिक पांड्या की एक गेंद जेसन रॉय के दस्ताने को छूकर धोनी के हाथों में चली गई थी. अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया. उस समय पांड्या और कोहली ने धोनी से पूछा लेकिन वो आश्वस्त नहीं थे, इसलिए रिव्यू नहीं लिया गया. बाद में रिप्ले में पता चला की गेंद जेसन के दस्ताने को छूकर गई थी.

मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में जब रोहित से इस पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस तरह का फैसला लेना कुछ सेकेंड्स की बात है और यह जरूरी नहीं है कि आप हमेशा 100 फीसदी सही ही हों.

रोहित ने कहा, "वह काफी ट्रिकी चीज है, आप आश्वस्त नहीं होते हैं. आप आज जेसन रॉय के बारे में बात कर रहे हैं ना? हां, कुछ खिलाड़ियों ने आवाज सुनी और कुछ ने नहीं. कप्तान दबाव में थे. यह सही नहीं है कि आप धोनी से उम्मीद करें कि वह हमेशा सही फैसला लेंगे क्योंकि कई विचार एक साथ दिमाग में चल रहे होते हैं और फील्डिंग करने वाले खिलाड़ियों के दिमाग में आते हैं. कुछ खिलाड़ियों को लगा कि किनारा लगा था और कुछ को लगा नहीं लगा था."