कोरोना वायरस की वजह से क्रिकेट टूर्नामेंट्स का आयोजन नहीं हो रहा है. लेकिन टीम इंडिया के क्रिकेटर्स सोशल मीडिया के जरिए खेल के बारे में काफी बात कर रहे हैं. टीम इंडिया के लिमिटिड ओवर्स के उपकप्तान रोहित शर्मा ने इसी कड़ी में अपनी कामयाबी का राज खोला है. रोहित का कहना है कि वह खुद के लिए लंबे लक्ष्य नहीं रखते, क्योंकि उससे दबाव और तनाव बढ़ता है. रोहित शर्मा सिर्फ आगे के दो या तीन महीने को देखकर ही अपनी तैयारी करते हैं.


रोहित शर्मा खुद के लिए छोटे लक्ष्य तय करते हैं जिनमें अगले दो-तीन महीनों में होने वाले मैचों की प्लानिंग और तैयारी शामिल रहती है. रोहित ने कहा, "मैंने इतने सालों में यह महूसस किया है कि लंबे लक्ष्य आपकी मदद नहीं करते हैं, इसके उलट यह यह आप पर दबाव और तनाव को बढ़ा देते हैं. मैंने हमेशा छोटे लक्ष्यों पर ध्यान दिया है जो आमतौर पर अगले दो-तीन महीनों में खेले जाने वाले मैच होते हैं, इसी पर ध्यान रहता है कि यह मैच किसके खिलाफ हैं और मैं इनमें अपना सर्वश्रेष्ठ कैसे दे सकता हूं."


उन्होंने कहा, "हर सीरीज और टूर्नामेंट के लिए लक्ष्य बनाने से मुझे मदद मिली है और मैं भविष्य में भी यही करूंगा." कोविड-19 के कारण क्रिकेट रुकी हुई है और इसी वजह से बीसीसीआई ने आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है.


भारतीय सीमित ओवरों की टीम के उप-कप्तान ने कहा, "आने वाले वर्षों में मुझे लगता है कि हमें क्रिकेट खेलने का मौका मिलेगा, अभी तो हम नहीं जानते कि हम दोबारा कब खेलेंगे." इस महामारी से फैली स्थिति ठीक नहीं हो रही है और इसी कारण इसी साल के अंत में आस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप पर भी सवाल हैं.


32 साल के इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा, "जब हम क्रिकेट दोबारा शुरू करेंगे तब देखेंगे कि हमारे सामने क्या स्थिति आती है- चाहे वो आईपीएल हो या टी-20 विश्व कप. हमें आस्ट्रेलिया के साथ भी सीरीज खेलनी है. हमें देखना होगा कि हम किसके खिलाफ खेल रहे हैं."


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