Rohit Sharma Journey: बोरीवली से लेकर टीम इंडिया का 'हिटमैन' बनने तक; ऐसी रहा भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का सफर
Rohit Sharma: रोहित शर्मा के लिए साल 2023 शानदार बीता है. इस खिलाड़ी ने बतौर कप्तान काफी कामयाबी हासिल की. इससे पहले वर्ल्ड कप 2019 में रोहित शर्मा को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था.
Rohit Sharma Story: तकरीबन 4 साल पहले रोहित शर्मा को टीम इंडिया का उप-कप्तान बनाया गया, उस भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली थे. विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम वर्ल्ड कप खेलने के लिए इंग्लैंड रवाना हुई. इसके बाद रोहित शर्मा के कोच दिनेश लाड ने कहा कि उनके लिए वर्ल्ड कप के मायने अलग है, इस खिलाड़ी के वर्ल्ड कप बहुत मायने रखता है. इससे पहले वर्ल्ड कप 2011 टीम में रोहित शर्मा जगह नहीं बना पाए. लेकिन इसके बाद रोहित शर्मा के करियर में बड़ा बदलाव आया. अब रोहित शर्मा के कोच दिनेश लाड ने उम्मीद जताई कि इस बार रोहित वर्ल्ड कप अपने हाथ में लेकर जरूर लौटेगा.
रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया बनेगी चैंपियन...
रोहित शर्मा के लिए साल 2023 शानदार बीता है. इस खिलाड़ी ने बतौर कप्तान काफी कामयाबी हासिल की. इससे पहले वर्ल्ड कप 2019 में रोहित शर्मा को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया, लेकिन टीम इंडिया खिताब जीतने में नाकाम रही. बहरहाल, भारतीय फैंस को उम्मीद है कि इस बार रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया वर्ल्ड कप खिताब जीतने में जरूर कामयाब होगी.
साल 2020 में मिला सर्वोच्च खेल सम्मान
आंकड़े बताते हैं कि रोहित शर्मा आईपीएल इतिहास के सबसे कामयाब कप्तान हैं. इसके अलावा लिमिटेड ओवर फॉर्मेट में रोहित शर्मा काफी खतरनाक बल्लेबाज माने जाते हैं. साथ ही टेस्ट फॉर्मेट में प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा है. रोहित शर्मा को साल 2020 में भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया. जिसके बाद उन्होंने अपने गुरू दिनेश लाड के प्रयासों को याद किया. दरअसल, दिनेश लाड ने रोहित शर्मा के अलावा शार्दुल ठाकुर को कोचिंग दी है.
अपने शुरूआती दिनों में बल्लेबाज नहीं थे रोहित शर्मा
लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोहित शर्मा अपने शुरूआती दिनों में ऑफ स्पिनर थे, यानि वह बल्लेबाजी नहीं करते थे. लेकिन एक दिन रोहित शर्मा के कोच दिनेश लाल ट्रेनिंग सेशन के लिए लेट हो गए, जब वह वहां पहुंचे तो देखा कि रोहित शर्मा बल्ले के साथ शेडो प्रैक्टिस कर रहे हैं, जिसके बाद उन्हें अहसास हुआ कि रोहित शर्मा बल्लेबाजी भी कर सकते हैं. दिनेश लाड कहते हैं कि यह अक्सर कहा जाता है कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चे क्रिकेटर के तौर पर विकसित नहीं हो पाते हैं, मैं आपको बता सकता हूं कि यदि आपके पास प्रतिभा है और कड़ी मेहनत करने की इच्छा है और आप भाग्यशाली हैं, तो आपकी वित्तीय पृष्ठभूमि बिल्कुल भी मायने नहीं रखती है. इसका सबसे शानदा उदाहरण रोहित शर्मा हैं.
आसान नहीं रही रोहित शर्मा की जर्नी...
हालांकि, रोहित शर्मा के लिए सफर इतना आसान नहीं रहा. अंडर-16 चयन ट्रायल से बाहर किए जाने पर रोहित को शुरुआती असफलताओं का सामना करना पड़ा, लेकिन किस्मत ने रोहित शर्मा का साथ दिया. दरअसल, बीसीसीआई ने अंडर-15 को अंडर-17 में तब्दील कर दिया, इसके बाद रोहित शर्मा को एक और मौका मिल गया. मुंबई के चयन ट्रायल के दौरान रोहित शर्मा को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब मिला.
... फिर प्रवीण आमरे का मिला साथ
दिनेश लाड कहते हैं कि रोहित शर्मा के टैलैंट को देखने के बाद प्रवीण आमरे ने उसको निखारने का काम किया. जिसके बाद साल 2006 में रोहित शर्मा का अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए चयन हुआ. फिर रोहित शर्मा ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. साथ ही दिनेश लाड कहते हैं कि रोहित शर्मा के 10वीं पास होने के बाद मैंने कभी रोहित शर्मा के साथ उनके खेल पर बात नहीं की, हालांकि हमलोग खेल पर बातें करते थे, लेकिन उनके खेल पर बातें नहीं होती थी.
साल 2007 में किया इंटरनेशनल डेब्यू
वहीं, रोहित शर्मा ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू 23 जून 2007 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ बेलफास्ट में किया. इसके बाद वह महेन्द्र सिंह धोनी की अगुवाई में टी20 वर्ल्ड कप 2007 जीतने वाली टीम का हिस्सा थे. रोहित शर्मा ने वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका के खिलाफ शानदार अर्धशतकीय पारी खेली थी. दरअसल, उस मैच में युवराज सिंह चोटिल हो गए थे, जिसके बाद रोहित शर्मा को मौका मिला था.
पहली बार साल 2015 में खेले वनडे वर्ल्ड कप
लेकिन वर्ल्ड कप 2011 के लिए रोहित शर्मा को नहीं चुना गया, जिसके बाद वह काफी हताश हुए. लेकिन रोहित शर्मा आईपीएल और भारतीय टीम के लिए लगातार अच्छा करते रहे. रोहित शर्मा पहली बार वर्ल्ड कप 2015 में खेले. इसके बाद वह वर्ल्ड कप 2019 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे. बहरहाल, अब भारतीय टीम रोहित शर्मा की अगुवाई में वर्ल्ड कप फाइनल खेलने उतरेगी.
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