भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा टेस्ट और वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के चौथे बल्लेबाज बन गए हैं. रोहित से पहले सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और क्रिस गेल यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. रोहित ने यहां दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जारी तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन रविवार को 255 गेंदों पर 212 रन की दोहरी शतकीय पारी खेली. उन्होंने इस दौरान 28 चौके और चार छक्के लगाए. रोहित ने 249 गेंदों पर अपने टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक लगाया.

उन्होंने लुंगी एनगिदी की गेंद पर छक्का जड़कर दोहरा शतक पूरा किया. रोहित पांचवें ऐसे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं, जिन्होंने एक टेस्ट सीरीज में 500 या उससे ज्यादा रन बनाए हैं. उनसे पहले वीनू मांकड, बुद्धि कुंदरन, सुनील गावस्कर और वीरेंद्र सहवाग यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं.

रोहित से पहले सचिन और सहवाग छह-छह बार जबकि गेल तीन बार टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगा चुके हैं. सचिन ने टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला दोहरा शतक अक्टूबर 1999 में अहमदाबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ 217 रन की पारी खेलकर लगाया था.

इसके बाद उन्होंने नागपुर में जिम्बाब्वे के खिलाफ 25 नवंबर 2000 को नाबाद 201, जनवरी 2004 में सिडनी में आस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 241, दिसंबर 2004 में ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 248, जुलाई 2010 में कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ 203 और अक्टूबर 2010 में बेंगलुरु में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 214 रनों की दोहरी शतकीय पारी खेली थी.

मास्टर ब्लास्टर सचिन के अलावा सहवाग भी अपने करियर में टेस्ट क्रिकेट में छह दोहरे शतक लगा चुके हैं. इनमें दो तिहरा शतक भी शामिल हैं. उन्होंने अपना पहला दोहरा शतक 28 मार्च 2004 में मुल्तान में पाकिस्तान के खिलाफ 309 रनों की पारी खेलकर लगाया था. इसी पारी के बाद सहवाग को मुल्तान का सुल्तान के नाम से पुकारा जाने लगा था.

सहवाग ने इसके बाद बेंगलुरु में 24 मार्च 2005 को पाकिस्तान के खिलाफ 201, 13 जनवरी 2006 को लाहौर में पाकिस्तान के खिलाफ 254, 31 जुलाई 2008 को गॉल में श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 201, दो दिसंबर 2009 को मुंबई में श्रीलंका के खिलाफ 293 और 26 मार्च 2008 को चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 319 रनों की पारी खेली थी.

वहीं, गेल ने 28 जून 2002 को सेंट जॉर्ज में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने टेस्ट क्रिकेट का पहला दोहरा शतक लगाया था. इसके बाद उन्होंने 29 अप्रैल 2005 को सेंट जॉन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 317 और 15 नवंबर 2010 को गॉल में श्रीलंका के खिलाफ 333 रनों की पारी खेली थी.
गेल ने इसी पारी के बाद अपना जर्सी नंबर 333 रख लिया था और वह इसी नंबर की जर्सी पहनकर खेलने लगे.