नई दिल्ली: सलामी बल्लेबाज ल्यूक रोंची की शतकीय पारी से न्यूजीलैंड ने फिरोजशाह कोटला में मुंबई के खिलाफ भारत दौरे से पहले एकमात्र अभ्यास मैच ड्रॉ पर खत्म किया. न्यूजीलैंड की टीम सिर्फ 235 रन पर ऑलआउट हो गई. सिर्फ ल्यूक रॉन्ची क्रीज पर टिक पाए. न्यूजीलैंड ने शुक्र मनाया होगा कि मैच सिर्फ तीन दिन का था. दूसरी पारी में न्यूजीलैंड के 9 खिलाड़ी आउट हुए. जिसमें से 8 विकेट स्पिनरों ने लिए. एक सेशन का खेल और होता तो मुंबई की जीत पक्की थी क्योंकि मुंबई टीम सिर्फ 95 रन पीछे थी. 



 



दूसरी तरफ रोंची ने शानदार शतकीय पारी खेलकर पहले टेस्ट के लिये चयनकर्ताओं के सामने अपने चयन का विकल्प पेश कर दिया है, उन्होंने 107 रन की पारी खेली जिससे तीसरे और अंतिम दिन न्यूजीलैंड की दूसरी पारी 66.4 ओवर में 235 रन पर सिमट गयी. मेहमान टीम ने 22 सितंबर से कानपुर में शुरू होने वाले पहले टेस्ट के लिए काफी बल्लेबाजी अभ्यास कर लिया.



 



मुंबई ने पांच विकेट पर 431 रन से आगे खेलना शुरू किया और 11 ओवर तक बल्लेबाजी की. टीम ने इससे आठ विकेट पर 464 रन पर पारी घोषित की और तब उनकी पहली पारी की बढ़त 140 रन की थी. सिद्धेश लाड ने बीती रात के 86 रन को शतक में तब्दील किया. वह 99 गेंद में शतक बनाकर नाबाद रहे.



 



न्यूजीलैंड की दूसरी पारी उन बल्लेबाजों को क्रीज पर समय देने के लिये थी, जो जूझ रहे थे और जिन्हें पहली पारी में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं दिया गया था.



 



इससे फॉर्म में नहीं चल रहे मार्टिन गुप्टिल टॉम लाथम के बजाय अलग सलामी जोड़ीदार ल्यूक रोंची के साथ बल्लेबाजी करने उतरे. लाथम पहली पारी में 55 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे थे.



 



रोंची को शुरूआती दिन बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था, इसलिये उन्हें पारी का आगाज करने के लिये अपना दावा पेश करने का मौका दिया गया था.



 



रोंची ने बेहतरीन प्रदर्शन कर वही किया. तीसरे दिन पिच पर बल्लेबाजों को परेशान करने के लिये ज्यादा कुछ नहीं था जिन्होंने खुल कर बल्लेबाजी की. मुंबई ने तेज गेंदबाज और स्पिनर की जोड़ी से गेंदबाजी की शुरूआत की जिससे गुप्टिल दूसरे ओवर में दूसरी ही गेंद पर आउट हो गये. वह लेग स्पिनर विशाल दाभोलकर की गेंद पर बल्ला छुआकर पहली स्लिप में कैच देकर पवेलियन लौटे. केन विलियम्सन, रॉस टेलर, लाथम ने पहली पारी में रन जुटाये थे, बायें हाथ के स्पिनर मिशेल सैंटनर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आये लेकिन वह भी जल्दी आउट हो गये. वह लाड की गेंदबाजी का शिकार हुए जिससे टीम ने 15 ओवर में 62 रन पर दो विकेट गंवा दिये.



 



हेनरी निकोल्स बायें हाथ के स्पिनर विजय गोहिल की गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट हुए. लेकिन रोंची ने शानदार फॉर्म जारी रखते हुए कुछ बेहतरीन कवर ड्राइव लगायी.



 



रोंची ने 12 चौके की मदद से 57 गेंद में 50 रन पूरे किये. उन्होंने अपनी पारी के दूसरे हिस्से में तीन छक्के और इतने ही चौके लगाये. वह गेंदबाजों को धुनते रहे लेकिन दूसरे छोर पर विकेट गिरते रहे. रोंची शतक बनाने के बाद स्टंप आउट हो गये, तब न्यूजीलैंड के 162 रन पर छह विकेट गिर चुके थे, तब वह मुंबई से महज 22 रन आगे पहुंची थी और दिन के एक सेशन का खेल बचा था.



 



टी ब्रेक के बाद टीम छह विकेट पर 187 रन से आगे खेलने उतरी. बीजे वाटलिंग (43) और लाथम (25) ने 55 रन की साझेदारी निभायी. ईश सोढ़ी मिड ऑन पर कैच आउट हो गये और मैच निर्धारित समय से पहले खत्म हो गया.