इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें सीजन के 28वें मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाजों ने सनराइजर्स हैदराबाद को सात विकेट पर 151 रन पर ही रोक दिया. हैदराबाद के लिए कप्तान केन विलियमसन और एलेक्स हेल्स के बीच दूसरे विकेट के लिए 92 रन की साझेदारी हुई लेकिन इसके बावजूद उनकी टीम सात विकेट पर 151 रन ही बना पाई.


विलियमसन (43 गेंदों पर 63) और हेल्स (39 गेंदों पर 45) जब क्रीज पर थे तब सनराइजर्स बड़े स्कोर की बढ़ती दिख रही थी लेकिन रॉयल्स के गेंदबाजों ने आखिरी पांच ओवर में केवल 31 रन दिए और इस बीच चार विकेट लिए. रॉयल्स की तरफ से तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर (26 रन देकर तीन) और ऑफ स्पिनर कृष्णप्पा गौतम (18 रन देकर दो विकेट) सबसे सफल गेंदबाज रहे.


सनराइजर्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन उसकी शुरूआत थोड़ी धीमी रही. शिखर धवन (छह) की खराब फॉर्म जारी रही. पहले दो मैचों में 78 और 45 रन की पारियां खेलने वावे धवन पिछले पांच मैचों में केवल 29 रन बना पाए हैं.


धवन के पारी के दूसरे ओवर में ही ऑफ स्पिनर कृष्णप्पा गौतम पर स्वीप करने के प्रयास में बोल्ड होने से हेल्स और विलियमसन ने शुरू में संभलकर खेलने को ही तरजीह दी. इस बीच भाग्य ने भी उनका साथ दिया. विलियमसन जब 11 रन पर थे तब राहुल त्रिपाठी ने स्लिप में उनका आसान कैच छोड़ा.


सनराइजर्स ने पावरप्ले के पहले छह ओवरों में 39 रन बनाए जबकि दस ओवर के बाद उसका स्कोर एक विकेट पर 70 रन था. इसके बाद विलियमसन ने पारी रूख मोड़ने की सफल कोशिश की. जयदेव उनादकट पर 11वें ओवर में तीन चौके और लांग ऑफ पर लगाया गया लाजवाब छक्का इसका सबूत हैं.


विलियमसन ने 32 गेंदों पर इस सत्र का चौथा और टी20 करियर का 21वां अर्द्धशतक पूरा किया. स्वाभाविक था कि हेल्स पर भी बड़े शॉट खेलने का दबाव था लेकिन वह गौतम की फ्लाइट को समझने में नाकाम रहे और प्वाइंट पर आसान कैच दे बैठे. हेल्स ने अपनी पारी में चार चौके लगाए.


आईपीएल में अपना पहला मैच खेल रहे न्यूजीलैंड के लेग स्पिनर ईश सोढ़ी ने इस टूर्नामेंट में अपना पहला विकेट अपनी राष्ट्रीय टीम के कप्तान विलियमसन के रूप में लिया जिनका विकेटकीपर जोस बटलर ने खूबसूरत कैच लिया. विलियमसन की पारी में दो छक्कों के अलावा सात चौके भी शामिल हैं.


अब डेथ ओवरों में सनराइजर्स के दो नए बल्लेबाज क्रीज पर थे. आर्चर ने शाकिब अल हसन (छह) को इनस्विंग यार्कर पर बोल्ड किया और यूसुफ पठान (दो) को थर्ड मैन पर कैच देने के लिये मजबूर किया. मनीष पांडे (16 गेंदों पर 17 रन) भी लंबे शॉट लगाने के लिये जूझते रहे. ऋद्धिमान साहा 11 रन बनाकर नाबाद रहे.