चहल-कुलदीप से निपटने के लिए 'भारतीय' स्पिनर ने करवाई दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज़ों को प्रेक्टिस
छह मैचों की वनडे सीरीज़ के पहले तीन मैचों में 30 में से 21 विकेट स्पिनरों के हाथों गंवाने के बाद दक्षिण अफ्रीकी खेमे में खलबली मची हुई है. भारतीय स्पिन जोड़ी युजवेन्द्र चहल और कुलदीप यादव का कहर दक्षिण अफ्रीकी खेमे पर ऐसा काल बनकर गरज रहा है कि विरोधी टीम इसकी काट खोजने की तलाश में है.
नई दिल्ली: छह मैचों की वनडे सीरीज़ के पहले तीन मैचों में 30 में से 21 विकेट स्पिनरों के हाथों गंवाने के बाद दक्षिण अफ्रीकी खेमे में खलबली मची हुई है. भारतीय स्पिन जोड़ी युजवेन्द्र चहल और कुलदीप यादव का कहर दक्षिण अफ्रीकी खेमे पर ऐसा काल बनकर गरज रहा है कि विरोधी टीम इसकी काट खोजने की तलाश में है.
चौथे वनडे में चहल और कुलदीप उनके लिए मुसीबत का सबब ना बन सके इसके लिए मेज़बान टीम ने आज नेट्स में एक सीक्रेट स्पिनर से गेंदबाज़ी प्रेक्टिस की. जी हां, ये सीक्रेट स्पिनर भी कोई और नहीं बल्कि वो है जिसे भारतीय पिचों पर, भारतीय बल्लेबाज़ों का गेंदबाज़ी करने का अच्छा अनुभव है. हम बात कर रहे हैं 2013 के सीज़न में मध्य प्रदेश टीम के लिए खेले अजय राजपूत की.
भारत के लिए फर्स्ट-क्लास क्रिकेट खेले अजय आज चौथे वनडे से पहले नेट्स में अफ्रीकी बल्लेबाज़ों को स्पिन से निपटने के लिए प्रेक्टिस करते नज़र आए. अजय इस समय जोहानिसबर्ग प्रीमियर लीग में खेल रहे हैं और वो इस टूर्नामेंट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले स्पिन गेंदबाज़ भी हैं.
जबलपुर का ये स्पिनर ऑफ और लेग स्पिन दोनों तरह से गेंदबाज़ी करता है, आज भी इन्होंने प्रोटियाज़ बल्लेबाज़ों को नेट्स में ऑफ और लेग स्पिन दोनों तरह की गेंदबाज़ की. जिससे की वो चहल और कुलदीप की फिरकी गेंदों का सामना करने के लिए खुद को तैयार कर सके.
अजय ने वाह क्रिकेट से खास बातचीत करते हुए बताया कि उन्हें जोहानिसबर्ग क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन क्रेग ने यहां गेंदबाज़ी के लिए बुलाया. क्योंकि अजय जोहानिसबर्ग प्रीमियर लीग में 400 से ज्यादा विकेट ले चुके हैं.
इसके साथ ही अजय ने ये भी बताया कि यहां की पिच टर्न के साथ-साथ बाउंसी भी होती है जिससे रिस्ट स्पिनर्स को ज्यादा विकेट मिलते हैं.
अजय को मिलाकर आज कुल पांच स्पिन गेंदबाज़ों के खिलाफ दक्षिण अफ्रीकी खेमे ने नेट्स में प्रेक्टिस की लेकिन अजय को छोड़ अन्य किसी भी स्पिन गेंदबाज़ की गेंदबाज़ी में युजवेन्द्र या कुलदीप जैसी करिश्माई गेंदे डालने का माददा नज़र नहीं आया.