साउथ अफ्रीका बनाम भारत तीसरा टेस्ट, पहला दिन - भारत के 187 रनों के जवाब में साउथ अफ्रीका ने दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट के नुकसान पर 6 रन बना लिए हैं. पहली पारी के आधार पर वो अभी 181 रन पीछे हैं.


भारत ने पहले दिन छह ओवर की गेंदबाजी की जिसमें बल्ले से कमाल दिखाने के बाद भुवी ने गेंद से सफलता दिलाई. भुवी ने सलामी बल्लेबाज मार्कराम(2) को विकेट के पीछे पार्थिव के हाथों कैच करा कर मेजबान टीम को पहला झटका दिया.


दिन का खेल खत्म होने के समय डीन एल्गर 4 और नाइटवॉचमैन कगिसो रबाडा बिना खाता खोले डटे हुए हैं.


भारत की पारी - तेज और उछाल लेती पिच पर एक बार फिर भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरी खुल कर सामने आ गई. साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम 187 रनों पर ढेर हो गई. भारत के लिए कप्तान विराट कोहली ने सबसे अधिक 54 रनों की पारी खेली तो वहीं टेस्ट विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा 179 गेंद पर 50 रन बनाकर आउट हुए.

इन दो बल्लेबाजों के अलावा सिर्फ भुवनेश्वर कुमार ही दहाई के आंकड़े को पार कर पाए. उन्होंने अंत में 30 रनों की आकर्षक पारी खेली. पहले और दूसरे सेशन में दो-दो विकेट गंवाने वाली भारतीय टीम टी ब्रेक के बाद पूरी तरह लड़खड़ा गई और बचे 6 विकेट सिर्फ 43 रन ही जोड़ पाई.

टी के बाद भारत ने सबसे पहले पुजारा का विकेट गंवाया. साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाजों ने धैर्य के साथ खेल रहे पुजारा की खूब परीक्षा ली. इस बीच उन्होंने 11 पारी की नाकामी के बाद एशिया से बाहर अपना पहला अर्द्धशतक लगाया. लेकिन इसके बाद उनका धैर्य जवाब दे गया. फेलुकवायो की एक गेंद ने उनके बल्ले को चूमा और विकेट के पीछे डीकॉक ने उसे अपने दस्तानों में जगह दे दी. पांच गेंद बाद पार्थिव पटेल(2) भी चलते बने. मोर्कल की गेंद को अपर कट/स्लैप करने की कोशिश में उन्होंने भी विकेटकीपर को ही अपना कैच थमाया.

भारत के उभरते हुए ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या(0 रन) एक बार फिर अपने बल्ले से नाकाम रहे. फेलुकवायो की छोटी गेंद के लाइन में आए बिना उन्होंने पुल करने की कोशिश की और गेंद एक बार फिर विकेट के पीछे गई. हालाकि डी कॉक को इस बार थोड़ी मेहनत करनी पड़ी लेकिन अंजाम समान था.

मोहम्मद शमी 8, इशांत शर्मा बिना रन बनाए पवेलियन लौटे.

साउथ अफ्रीका के लिए रबाडा ने सबसे अधिक तीन जबकि मोर्कल, फिलेंडर और फेलुकवायो ने दो-दो विकेट लिए वहीं एनगीडी को एक-एक सफलता मिली.


टी ब्रेक -


भारतीय टीम के लिए दूसरा सेशन पहले सेशन की ही तरह रहा. इस सेशन में भारत ने 69 रन बनाए लेकिन दो महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए. लंच के बाद 24 रन की अपनी पारी को अर्द्धशतक में बदलने वाले कप्तान कोहली 54 रन बनाने के बाद पवेलयिन लौट गए. एक बार फिर उन्हें लुंगी ने अपना शिकार बनाया. कोहली के बाद पहली बार सीरीज में खेलने वाले उपकप्तान अजिंक्य रहाणे भी अपनी वापसी को सार्थक नहीं कर पाए.


9 रन बनाकर आउच होने वाले रहाणे को उस वक्त पारी आगे बढ़ाने का दूसरा मौका मिला जब फिलेंडर ने उन्हें नो बॉल पर विकेट के पीछे कैच कराया था. रहाणे उस वक्त 3 रन बनाकर खेल रहे थे. लेकिन इस जीवनदान को रहाणे भुना नहीं पाए और कुछ देर बाद मोर्कल की गेंद पर LBW होकर पवेलियन की राह देख ली.


दूसरे छोर पर पुजारा 27 रन बनाकर खेल रहे हैं जबकि पार्थिव पटेल को अपना खाता खोलना बाकि है. भारत ने 114 रन पर 4 विकेट गंवा दिए हैं.







 


लंच सेशन- साउथ अफ्रीका के खिलाफ वांडर्रस के मैदान पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट के पहले दिन लंच तक भारत ने दो विकेट पर 45 रन बना लिए हैं. कप्तान विराट कोहली 24 और चेतेश्वर पुजारा 5 रन बना कर खेल रहे हैं.


टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत एक बार फिर खराब रही. तेज और उछाल लेती पिच पर के एल राहुल सिर्फ एक ओवर तक संघर्ष कर पाए और सातवीं गेंद पर बिना रन बनाए फिलेंडर की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए. मुरली विजय कुछ बेहतर लग रहे थे लेकिन 8 रन बनाने के बाद रबाडा की गेंद पर पवेलियन लौट गए.


13 रन पर दोनों सलामी बल्लेबाजों को खोने के बाद टेस्ट विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा और कप्तान कोहली ने पहले सेशन में मेजबान टीम को जश्न बनाने का एक भी मौका नहीं दिया. तेज और उछाल लेती गेंद के सामने पुजारा कुछ ज्यादा ही बैकफुट पर दिखे और उन्हें अपने पहले रन के लिए 54 गेंदों का इंतजार करना पड़ा.


भाग्य ने कोहली का भी साथ दिया, रबाडा की गेंद पर फिलेंडर ने उनका आसान कैच ड्रॉप किया. वो उस वक्त 11 रन बनाकर खेल रहे थे. साउथ अफ्रीका के लिए फिलेंडर ने शानदार गेंदबाजी करते हुए अभी तक 8 ओवर में सिर्फ 1 रन दिए हैं. उन्होंने सात ओवर मेडन के साथ एक विकेट भी निकाला.


इससे पहले कप्तान कोहली ने सीरीज में पहली बार टॉस जीता. पांच तेज गेंदबाजों के साथ उतरने के बाद भी उन्होंने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. भारत ने अंतिम टेस्ट के लिए दो बदलाव किए. रोहित शर्मा की जगह जहां उप कप्तान अजिंक्य रहाणे की वापसी हुई वहीं आर अश्विन की जगह भुवनेश्वर कुमार ने ली.


साउथ अफ्रीका ने इकलौते स्पिनर केशव महाराज़ को बाहर कर अंदिले फेहुलक्वायो को टीम में मौका दिया.