अगर न हुआ होता ऐसा तो सचिन तेंदुलकर की 100 नहीं बल्कि 128 सेंचुरी होती
सचिन के करियर में शतकों की संख्या 100 से ज़्यादा हो सकती थी. वो 128 शतक बना सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. तेंदुलकर ने न सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में बल्कि वनडे क्रिकेट में भी सबसे ज़्यादा रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया.
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 22 गज की पट्टी पर 24 साल तक अपनी बल्लेबाज़ी से विरोधी गेंदबाजों को खूब परेशान किया. इस दौरान उन्होंने न सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में बल्कि वनडे क्रिकेट में भी सबसे ज़्यादा रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया. तेंदुलकर के नाम वनडे इंटरनेशनल में 18 हजार 426 रन हैं तो वहीं टेस्ट में उन्होंने 15 हजार 921 रन बनाए हैं. वो दोनों फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. उनके नाम 34 हजार 347 इंटरनेशनल रन हैं. इतना ही नहीं सचिन के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज़्यादा 100 शतक लगाने का भी वर्ल्ड रिकॉर्ड है. सचिन ने टेस्ट में 51 तो वनडे क्रिकेट में 49 शतक लगाए हैं.
कैसे होते सचिन के 128 शतक?
सचिन के करियर में शतकों की संख्या 100 से ज़्यादा हो सकती थी. वो 128 शतक बना सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसा हो सकता था. दरअसल, अगर सचिन अपने चमकदार करियर में नर्वस नाइन्टी के शिकार नहीं होते तो उनके खाते में 128 शतक होते.
सचिन अपने पूरे करियर में 28 बार नर्वस नाइन्टी के शिकार हुए. वो टेस्ट में दस बार और वनडे में 18 बार नर्वस नाइन्टी के शिकार हुए. अगर वो इन शतकों से नहीं चूकते तो उनके 128 शतक होते. वो टेस्ट में दो बार डबल नर्वस नाइन्टी के शिकार भी हुए वरना उनके टेस्ट में दोहरे शतक आठ हो जाते. ये भी दिलचस्प है कि वह वनडे में तीन बार 99 के स्कोर पर आउट हुए. एक हार जब वो लगातार नर्वस नाइन्टी के शिकार हो रहे थे, तब उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने उन्हें कहा था कि वो छक्का मारकर शतक पूरा कर लिया करें.
सचिन ने अपने करियर में सबसे ज़्यादा 200 टेस्ट मैच खेले. ये भी एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है. तेंदुलकर से ज्यादा टेस्ट मैच दुनिया में कोई नहीं खेल पाया. सचिन ने 200 टेस्ट में 51 शतक और 463 वनडे में 49 शतक बनाए. सचिन ने 2013 में अपना 200वां टेस्ट खेलने के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया.
कब-कब नर्वस नाइन्टीस में फंसे सचिन
टेस्ट क्रिकट में सचिन 10 बार 90 से 100 के बीच आउट हुए जिसमें 96, 92, 97, 90, 92, 94, 91, 98, 91 और 94 के स्कोर शामिल हैं. वह टेस्ट में 193 के स्कोर पर भी आउट हो चुके हैं जबकि 2004 में मुल्तान में पाकिस्तान के खिलाफ जब वह 194 रन पर खेल रहे थे तब तत्कालीन कप्तान राहुल द्रविड़ ने पारी घोषित कर दी थी जिस पर सचिन खासे भड़के थे और यह विवाद का मुद्दा भी बन गया था. वनडे क्रिकेट में सचिन कुल 18 बार नब्बे या उससे ज़्यादा रन बनाने के बाद शतक से चूके. तीन बार तो वो 99 पर आउट हुए.