लॉकडाउन के दौरान दुनिया के सबसे महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट में बदलाव की जरूरतों पर बात की है. सचिन तेंदुलकर का मानना है कि वनडे क्रिकेट के मौजूदा नियम बल्लेबाजों के पक्ष में ज्यादा हैं. सचिन ने जोर देकर कहा है कि वनडे क्रिकेट के इन नियमों में जरूरी बदलाव होने चाहिए.


इस समय वनडे में एक पारी दो नई गेंदों से खेली जाती हैं. हर छोर से एक अलग गेंद का उपयोग किया जाता है. हर पारी को तीन पावरप्ले में बांटा जाता है. आईसीसी ने फैंस को भारत की महान सलामी जोड़ी सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के बारे में याद दिलाया. इन दोनों ने वनडे में 176 साझेदारियां की हैं. इस दौरान इन दोनों ने 47.55 की औसत से 8227 रन बनाए.


आईसीसी ने इन दोनों के आंकड़े अपने ट्विटर पर डाले और लिखा, "वनडे में किसी और जोड़ी ने 6000 से ज्यादा का आंकड़ा पार नहीं किया है." सचिन ने इस ट्वीट पर लिखा कि अगर यह दोनों मौजूदा नियमों के साथ खेल रहे होते तो इससे भी ज्यादा रन बनाते.


सचिन ने की नए नियमों की आलोचना


सचिन ने ट्वीट किया, "इससे पुरानी यादें ताजा हो गई हैं दादी. आपको क्या लगता है कि अगर हम लोग घेरे के बाहर चार खिलाड़ियों और दो नई गेंदों के साथ खेलते तो कितने और रन बनाते." गांगुली ने इस पर तुरंत जवाब दिया, "4000 और रन, दो नई गेंदें, ऐसा लगता है कि जैसे पहले ओवर में कवर ड्राइव लगाई हो."



इसके बाद हरभजन सिंह ने कहा कि कितने खराब नियम हैं गेंदबाजों के लिए. हरभजन ने भी माना कि मौजूदा नियमों से सिर्फ बल्लेबाजों को फायदा होता है और एक पारी में औसतन 320 से ज्यादा स्कोर बनने लगा है.


हरभजन की बात से सचिन तेंदुलकर ने सहमति जताई. सचिन ने कहा कि पिच और नियमों में बदलाव पर जोर दिया जाना चाहिए. सचिन लंबे समय से वनडे में दो नई गेंदों के आलोचक रहे हैं. उनका मानना रहा है कि इससे गेंदबाजों को रिवर्स स्विंग नहीं मिलेगी.


पूर्व इंग्लिश कप्तान ने कहा- 'कोहली रौबदार शख्स, कप्तानी बांटना उनके लिए आसान नहीं'