सचिन ने मुम्बई मिरर से कहा, "स्पिनर पुरानी हो चुकी गेंद और टूटी हुई विकेट का फायदा उठाकर पांचवें दिन कमाल करते हैं. यह सब टेस्ट क्रिकेट का हिस्सा है. ऐसे में क्या यह उचित होगा कि स्पिनरों का यह हक उनसे छीना जाए."
सचिन ने कहा, "आज टी-20 हो रहे हैं. वनडे हो रहे हैं और अब तो टी-10 भी होने लगे हैं. ऐसे में क्रिकेट के सबसे प्यूरेस्ट फॉर्म के साथ छेड़छाड़ जायज नहीं है. इसकी कोई जरूरत नहीं है."
सचिन ने यह भी कहा कि टेस्ट से एक दिन कम करने से इस खेल को लोकप्रिय नहीं बनाया जा सकता. इसकी जगह आईसीसी को पिचों की क्वालिटी पर ध्यान देना चाहिए. इससे पहले, गम्भीर ने भारतीय कप्तान कोहली का समर्थन करते हुए कहा कि वह भी आईसीसी के इस प्रस्ताव के पक्ष में नहीं हैं.
गम्भीर ने कहा, "यह हास्यास्पद विचार है. टेस्ट से एक दिन कम करने से परिणाम नहीं आएंगे और फिर नई तरह की बातें शुरू हो जाएंगी." कोहली ने शनिवार को कहा था कि वह आईसीसी के चार दिन के टेस्ट मैच के पक्ष में नहीं हैं क्योंकि उनना मानना है कि यह खेल के सबसे शुद्ध प्रारूप के साथ न्याय नहीं होगा. कोहली के मुताबिक टेस्ट क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए डे-नाइट टेस्ट बहुत है क्योंकि इसके माध्यम से टेस्ट क्रिकेट का व्यापक बाजारीकरण किया जा सकता है.
कोहली ने भारत और श्रीलंका के बीच यहां खेले जाने वाले पहले टी-20 मैच की पूर्व संध्या पर संवाददाताओं से कहा, "मेरे हिसाब से इसमें बदलाव नहीं होने चाहिए. जैसा मैंने कहा टेस्ट क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए डे-नाइट टेस्ट लाया गया है, इससे उत्साह पैदा होता है, लेकिन इससे ज्यादा इससे छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए. मुझे नहीं लगता कि ऐसा किया जाना चाहिए."
उन्होंने कहा, "आप टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा से ज्यादा डे-नाइट टेस्ट का बदलाव कर सकते हो. इसकी चलन शुरू हो चुकी है. किसी और बात पर ध्यान केंद्रित करने की जगह सिर्फ डे-नाइट टेस्ट पर ही फोकस किया जाए तो इस फॉरमेंट में काफी आकर्षण आ सकता है."आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप-2023 से चार दिन के टेस्ट मैच कराने को लेकर विचार कर रही है. आस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान टिम पेन सहित कई खिलाड़ी इसकी आलोचना कर चुके हैं. अब कोहली भी इसमें शामिल हो गए हैं.
कोहली ने कहा कि अगर पांच दिन के टेस्ट को चार दिन का कर दिया जाता है तो वो दिन भी आ जाएगा जब तीन दिन के टेस्ट की बात की जाने लगेगी. कोहली से पहले आस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के कप्तान टिम पेन, ग्लैन मैक्ग्रा, नाथन लॉयन, दक्षिण अफ्रीका के वार्नोन फिलेंडर भी इसकी खिलाफत कर चुके हैं.