तेंदुलकर ने गुरु पूर्णिमा के दिन कोच आचरेकर को किया याद
आचरेकर ने सचिन और उनके बचपन के दोस्त विनोद कांबली को बचपन से क्रिकेट के गुर सिखाए. आचरेकर को 2010 में पद्मश्री और 1990 में द्रोणाचार्य अवार्ड मिला था.
पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने मंगलवार को गुरु पूर्णिमा के दिन अपने कोच रमाकांत आचरेकर को याद किया. तेंदुलकर ने ट्वीट कर लिखा, "गुरु वो होता है जो अपने छात्र के जीवन में से अज्ञानता के अंधकार को दूर करता है. वो गुरु और मार्गदर्शक बनने तथा मैं आज जो हूं वो बनाने के लिए धन्यवाद आचरेकर सर."
गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः । गुरुः साक्षात् परब्रम्ह तस्मै श्री गुरवे नमः ॥ Guru is the one who removes the darkness of ignorance in the student. Thank you Achrekar Sir for being that Guru & guide to me and making me what I am today.#GuruPurnima pic.twitter.com/Tbd74ZdVb0
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) July 16, 2019
आचरेकर ने सचिन और उनके बचपन के दोस्त विनोद कांबली को बचपन से क्रिकेट के गुर सिखाए और भारतीय टीम के दरवाजे पर पहुंचाया. उनका इसी साल जनवरी में देहांत हो गया था. 87 साल के आचरेकर ने दादर में अपने घर में अंतिम सांस ली थी.
आचरेकर को 2010 में पद्मश्री और 1990 में द्रोणाचार्य अवार्ड मिला था. सचिन और कांबली के अलावा आचरेकर ने विदर्भ को दो बार रणजी ट्रॉफी का खिताब दिलाने वाले चंद्रकांत पंडित जैसे कई अन्य खिलाड़ियों को क्रिकेट के गुर सिखाए थे.