सचिन ने ट्वीट कर कहा, ''युवराज आपका करियर बहुत ही शानदार रहा. जब भी टीम को जरूरत हुई आप चैम्पियन की तरह खेले. मैदान के अंदर और बाहर आपने जो जीवटता दिखायी वह कमाल की थी. आपको दूसरी पारी के लिए शुभकामनाएं और आप ने क्रिकेट के लिए जो भी किया उसके लिए शुक्रिया.''
तेंदुलकर और युवराज की दोस्ती किसी से छुपी नहीं है. भारत 2011 में जब विश्व चैम्पियन बना था तब युवराज ने उन्हें कंधे पर बैठाकर मैदान का चक्कर काटा था. इसके बाद जब युवराज के कैंसर से पीड़ित होने का पता चला तब तेंदुलकर उनसे मिलने लंदन गये और अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सके.
क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद युवराज सिंह अब मुंबई इंडियंस की तरफ से आईपीएल में भी खेलते हुए दिखाई नहीं देंगे. हालांकि युवराज ने दूसरे देशों की ट्वेंटी-टवेंटी लीग में खेलने की इच्छा जाहिर की है.