नई दिल्ली: सचिन तेंदुलकर ने 24 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेला. इस दौरान सचिन ने बड़े-बड़े गेंदबाज़ों का सामना किया. इन गेंदबाज़ों के साथ कॉन्टेस्ट में कभी सचिन की जीत होती, तो कभी वो गेंदबाज़ बाज़ी मार जाते, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के स्पिनर शेन वॉर्न और सचिन का कॉन्टेस्ट हमेशा ही देखने लायक रहा. अब दोनों के बीच मैदान पर होने वाली प्रतियोगिता को लेकर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज रहे ब्रेट ली ने एक खुलासा किया है.


ब्रेट ली ने सचिन तेंदुलकर के बैटिंग स्टाइल और बैटिंग टेकनीक की तारीफ की है. ली ने कहा कि सचिन जब शेन वॉर्न का सामना करते थे तो वो मनचाही जगह शॉट लगाते थे. जब-जब सचिन और वॉर्न का सामना हुआ तो इस हाई वोल्टेज़ प्रतियोगिता में हमेशा ही बाज़ी सचिन ने मारी थी. इसके साथ ही साथ ली ने कहा कि तेंदुलकर ने कई बार वॉर्न को अपने इशारों पर नचाया.


ली ने कहा कि तेंदुलकर को आउट करने के लिए वॉर्न कई तरह के वैरीएशन भी अपनाते थे लेकिन सचिन तो गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटते ही उसका सही अनुमान लगाने में माहिर थे और ऐसे में दुनिया भर के बल्लेबाजों को परेशान करने वाले वॉर्न उनके सामने नाकाम रहे.


ब्रेट ली ने कहा, ''सचिन जिस तरह गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटते ही उसे समझ जाते थे और भिन्न तरह की गेंदों को खेलने के लिए भिन्न तकनीक का उपयोग करते थे वह लाजवाब था. वॉर्न कई बार हवा में गेंद को दिशा देने की कोशिश करते थे तो कई बार नहीं. जब भी वह गेंद में वैरिएशन लाते थे कि सचिन उसे समझ लेते थे.''


उन्होंने कहा, ''वॉर्न ने दुनिया भर के अन्य बल्लेबाजों को परेशानी में डाला लेकिन सचिन अन्य बल्लेबाजों की तुलना में गेंद का सही अनुमान लगाते थे. वॉर्न को इससे नफरत थी. वह वापस आकर कहते थे कि उन्होंने सचिन को आउट करने के लिए अपनी तरफ से हर संभव प्रयास किए लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाए.''


तेंदुलकर ने वॉर्न के खिलाफ कई यादगार पारियां खेली हैं. सचिन ने वॉर्न के रहते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 12 टेस्ट मैच खेले. इन टेस्ट मैचों में सचिन ने 60 से ज्यादा के औसत से रन बनाए. इसमें 5 शतक और 5 अर्धशतक भी शामिल है. वहीं वनडे मैचों की बात करें तो वॉर्न की मौजूदगी वाले 17 वनडे मुकाबलों में तेंदुलकर ने 5 शतकों की मदद से, 58.70 की औसत से 998 रन बनाए. वॉर्न 12 टेस्ट मैचों में सिर्फ 3 बार तेंदुलकर को आउट कर पाए थे.


ब्रेट ली ने सिर्फ सचिन और वॉर्न को लेकर ही नहीं, बल्कि अपने और सचिन के कॉन्टेस्ट को लेकर भी बात की. ब्रेट ली ने उस पल के बारे में भी बात की जब उन्होंने सचिन का विकेट लिया था. 2003 में मेलबर्न में खेले गए 'बॉक्सिंग डे' टेस्ट मैच में पहली बार तेंदुलकर ने ब्रेट ली का सामना किया और पहली ही गेंद पर सचिन विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट के हाथों कैच आउट हो गए.


ब्रेट ली ने कहा, ''मैं तब 22 साल का था, जब मुझे लिटिल मास्टर के खिलाफ खेलने का पहला अवसर मिला. मेरी गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर गई और मुझे लगा कि मैंने अपना काम कर दिया. मुझे टेस्ट मैच की परवाह नहीं थी क्योंकि मैं सचिन तेंदुलकर को आउट करके बहुत खुश था.''