कोलकाता: टीम इंडिया के टेस्ट विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने पूर्व कोच अनिल कुंबले को लेकर बड़ा बयान दिया है. साहा का मानना है कि कुछ साथियों को भले ही लगता हो कि कुंबले ‘सख्त’ थे लेकिन उन्हें पूर्व कोच के बारे में ऐसा नहीं लगता. कुंबले ने कप्तान विराट कोहली के साथ विवाद के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.



कुंबले को कोहली के साथ विचारों में मतभेद के बाद इस साल जून में इस्तीफा देने के लिये बाध्य होना पड़ा था. पूर्व कप्तान कुंबले ने कोहली के साथ अपने रिश्ते को अस्थिर तक करार कर दिया था.



साहा से जब पूछा गया कि कुंबले के बारे में उनकी क्या राय है तो उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे उनका तरीका सख्त नहीं लगता था. कोच के तौर पर, उन्हें कहीं न कहीं तो सख्त बनना ही पड़ता. कुछ को लगता है कि वह सख्त हैं जबकि कुछ को ऐसा महसूस नहीं होता. अनिल भाई के साथ मुझे ऐसा नहीं लगता था. ’’ 



इसके बाद उन्होंने फिर रवि शास्त्री और अनिल कुंबले की कोचिंग के तरीकों की तुलना की.



उन्होंने कहा, ‘‘अनिल भाई हमेशा चाहते थे कि हम बड़ा (400, 500 और 600 रन) स्कोर बनाये और उन्हें लगता था कि सामने वाली टीम को 150 से 200 रन के अंदर समेटा जा सकता है. जो हमेशा संभव नहीं होता. ’’ 



साहा ने कहा, ‘‘वहीं दूसरी ओर रवि भाई, हमेशा हमें आक्रामक होने के लिये कहते हैं. वह कहते हैं जाओ और विरोधी टीम की गेंदों पर पार्क के चारों ओर हिट करो. मुझे सिर्फ यही अंतर दिखाई देता है. बाकी दोनों ही सकारात्मक बातें करते हैं. जब रवि भाई निदेशक थे तो वह आक्रामक थे. वह अपने नए कार्यकाल में वह इसमें ज्यादा रम गये हैं. ’’ साहा ने कप्तान कोहली भी प्रशंसा की, जो मैदान के बाहर भी खिलाड़ियों से बातचीत करके मेलजोल जारी रखते हैं.



बंगाल के इस स्टंपर ने कहा, ‘‘वह समय के साथ सुधार कर रहा है और उसका खिलाड़ियों के साथ जुड़ाव बढ़ गया है. हम एक साथ खाना खाते हैं और एक साथ बाहर जाते हैं. वह हमेशा हमारे साथ घुलते मिलते रहते हैं जो मुझे उनकी सकारात्मक चीज दिखती है. ’’ साहा ने स्वीकार किया कि श्रीलंकाई टीम का जज्बा काफी कमजोर था. उन्होंने कहा, ‘‘बल्लेबाजी के लिहाज से उनका रवैया काफी कमजोर था जो हमारे लिये मददगार साबित हुआ. ’’