पाकिस्तान क्रिकेट टीम में विश्वकप 2019 की समाप्ती के बाद अलग तरह की उथल-पुथल देखने को मिली. एक तरफ टीम के हेड कोच मिकी आर्थर को हटाकर मिस्बाह उल हक को टीम का कोच बना दिया गया. वहीं दूसरी तरफ दौरे पर आने वाली टीम श्रीलंका बमुश्किल दौरे पर आने के लिए राज़ी हुई.

लेकिन अब ऐसी खबरें आ रही है कि मिकी आर्थर के साथ टीम के ही कुछ विश्वसनीय लोगों ने दगा की. खुद मिकी आर्थर ने क्रिकेट की अहम वेबसाइट से बातचीत में कहा है कि पाकिस्तान में कुछ लोग ऐसे थे जिन्होंने उनसे कहा कुछ और लेकिन किया कुछ और.

आर्थर विश्व कप के बाद भी टीम के कोच बने रहना चाहते थे और उन्होंने यह बात पीसीबी से भी कह दी थी, लेकिन पीसीबी ने उन्हें हटाने का फैसला किया.

वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने आर्थर के हवाले से लिखा, "मुझे लगता है कि मेरे कार्यकाल में मुझे जो निराशा है वो यह है कि मैंने जिन लोगों पर भरोसा किया, उन्होंने ही मेरा साथ नहीं दिया. मैं शीर्ष पदों पर बैठे लोगों की बात नहीं कर रहा हूं बल्कि उनकी कर रहा हूं जो क्रिकेट समिति में शामिल थे, जिन पर मुझे भरोसा था, जिन्होंने कहा कुछ और, किया कुछ और. यह मेरे लिए निराशाजनक था."

आर्थर ने कहा कि उन्होंने समिति के सामने मिस्बाह और वसीम अकराम के नाम की सिफारिश की थी.

पूर्व कोच ने कहा, "मैंने कहा था कि मिस्बाह बेहतरीन साबित होंगे क्योंकि वह पाकिस्तान क्रिकेट को गॉडफादर हैं. मिस्बाह शानदार हैं, मैंने कहा था और साथ ही मैंने वसीम अकराम का नाम भी लिया था क्योंकि मुझे लगता है कि वसीम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अच्छी तरह समझते हैं."

मिकी आर्छर की पूरी तरह से पाकिस्तान क्रिकेट से छुट्टी हो गई है, ऐसे में अब मिस्बाह और वकार यूनुस के कंधों पर पाकिस्तान क्रिकेट की कमान है.