IND vs AFG T20I Series: अफगानिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज के लिए टीम इंडिया की स्क्वाड में संजू सैमसन को मौका मिला है. रोहित और विराट की टी20 इंटरनेशनल वापसी के साथ संजू सैमसन की यह एंट्री सबसे ज्यादा चर्चा का विषय है. ऐसा इसलिए है क्योंकि इंटरनेशनल लेवल पर संजू सैमसन क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट में कभी भी कामयाब नहीं रहे हैं.


संजू सैमसन ने जुलाई 2015 में टी20 इंटरनेशनल डेब्यू किया था. बीते साढ़े आठ साल में वह केवल 24 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल पाए. ऐसा इसलिए रहा क्योंकि वह नियमित तौर पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके और टीम से अंदर-बाहर होते रहे. टी20 इंटरनेशनल में वह इस लंबे समय में महज 19.68 की बल्लेबाजी औसत से 374 रन बना सके. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी कुछ खास नहीं रहा. वह महज 133 के स्ट्राइक रेट से रन जुटा सके. 24 मुकाबलों में उन्हें 21 पारियों में बल्लेबाजी का मौका मिला लेकिन इस दौरान वह महज एक ही बार अर्धशतक जमा पाए.


IPL में ताबड़तोड़ और लाजवाब बल्लेबाजी करने वाले संजू सैमसन के यह आंकड़े चौंकाने वाले जरूर लग रहे हैं लेकिन यही कारण है कि संजू भारत की टी20 स्क्वाड में कभी भी परमानेंट जगह नहीं बना पाए. फिर भी अफगानिस्तान के खिलाफ 11 जनवरी से शुरू हो रही सीरीज में उन्हें मौका मिला है. संभवतः यह मौका उन्हें इसलिए मिला क्योंकि हाल ही में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे मैच में शानदार शतक जड़ा था.


टी20 में फ्लॉप रहे तो वनडे डेब्यू में लगा लंबा वक्त
संजू सैमसन के मामले में एक गलती शुरू से होती रही है. दरअसल, संजू को शुरुआती पांच-छह साल केवल टी20 में आजमाया गया और इस फॉर्मेट में फ्लॉप रहने के कारण वह अन्य फॉर्मेट मे टीम इंडिया के लिए डेब्यू नहीं कर सके. लेकिन जैसे ही ढाई साल पहले उन्हें वनडे में मौका मिला तो तब से लेकर अब तक वह वनडे क्रिकेट में लाजवाब बल्लेबाजी कर रहे हैं. वनडे में उनका औसत 50 से भी ज्यादा है. यानी साफ है कि संजू को क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट के मुकाबले लंबे फॉर्मेट ज्यादा सूट करते हैं. अगर उन्हें पहले ही टी20 की जगह वनडे में मौका मिलता रहता तो शायद यह खिलाड़ी अब तक एक अलग लेवल पर हो सकता था.


फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अच्छे हैं आंकड़े
शायद यही गलती अब फिर से हो रही है. हो सकता है कि संजू वनडे की ही तरह टेस्ट क्रिकेट में भी कुछ अच्छा कर जाएं. जिस तरह वह वनडे में बल्लेबाजी करते हैं और हाल ही में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनकी पारियां रही हैं, उसे देखते हुए वह टेस्ट क्रिकेट में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं. वह चोटिल ऋषभ पंत का अच्छा विकल्प भी हो सकते हैं. लेकिन उन्हें अब तक टेस्ट डेब्यू का मौका नहीं मिला है.


फर्स्ट क्लास क्रिकेट में संजू का बल्लेबाजी औसत 40 के करीब है. 59 मैचों में वह करीब साढे तीन हजार रन जड़ चुके हैं. यहां उनके नाम 10 शतक दर्ज हैं. ऐसे में उन्हें अफगानिस्तान टी20 सीरीज के बजाय इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मौका दिया जा सकता था. हो सकता है यह फैसला टीम इंडिया और संजू दोनों के लिए बेहतर होता. क्योंकि संजू का पिछला टी20 रिकॉर्ड देखकर यह नहीं लगता कि वह अफगानिस्तान सीरीज में कुछ खास कर पाएंगे. उल्टा वह टी20 क्रिकेट में फिर से फ्लॉप होकर अपने बढ़े हुए आत्मविश्वास को फिर से खो जरूर सकते हैं.


वनडे क्रिकेट में संजू के दमदार आंकड़े
वनडे फॉर्मेट में तो यह खिलाड़ी हमेशा से ही उम्दा प्रदर्शन करता रहा है. जुलाई 2021 में वनडे इंटरनेशनल डेब्यू के बाद से ही संजू इस फॉर्मेट में अच्छे रन बना रहे हैं. वह अब तक 16 वनडे मैचों की 14 पारियों में 510 रन बना चुके हैं. इस फॉर्मेट में उनका बल्लेबाजी औसत 56.66 रहा है. स्ट्राइक रेट भी लगभग 100 का रहा है. यहां वह तीन अर्धशतक और एक शतक भी जमा चुके हैं.


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