सैमसन ने कहा है कि वह विकेटकीपिंग के लिए तैयार हैं और निरंतरता वो चीज नहीं है जिसके कारण उन्हें परेशानी आ रही हो. सैमसन के लिए टीम की जीत में योगदान देना प्राथमिकता है. सैमसन ने आगे कहा, "मैंने निरंतरता के बारे में नहीं सोचा है कि यह एक मुद्दा है. मैंने जो समझा है वो यह है कि मैं थोड़ा अलग तरह का खिलाड़ी हूं और मुझे लगता है कि मैं मैदान पर जाकर गेंदबाजों पर हावी हो सकता हूं. ऐसा हो सकता है कि जब मैं निरंतरता पर ध्यान दूं तो मैं अपनी स्टाइल खो बैठूं. निरंतरता लाने के लिए मैं अपने खेलने की शैली में बदलाव नहीं कर सकता."
उन्होंने कहा, "मैं चीजों को एकदम सरल रखना चाहता हूं. अगर मुझे पांच पारियां मिलती हैं तो मैं एक या दो पारियों में बड़ा स्कोर करना चाहूंगा और अपनी टीम के लिए मैच जीतना चाहूंगा. मेरी पारी में निरंतरता मेरी टीम को मैच नहीं जिता सकती. टीम के लिए मैच जीतने के लिए जरूरी है कि मैं लाजवाब पारी खेलूं. मैं इस तरह से सोचता हूं."
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विकेटकीपिंग के सवाल पर सैमसन ने कहा कि वह इससे कभी भी पीछे नहीं हटते और इस तरह के फैसले लेना टीम प्रबंधन पर है. सैमसन ने कहा कि वह कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री के साथ बैठकर आगे के बारे में बात करना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, "मैं इसके लिए तैयार हूं, मुझे पहले ऐसा करने का मौका नहीं मिला. मैं उनसे बात करने को तैयार हूं." रिषभ पंत के खराब प्रदर्शन की वजह से बतौर विकेटकीपर भी सैमसन के पास टीम में अपनी जगह बनाने का मौका है.