(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
IND vs ENG: सूर्यकुमार के मैसेज के बाद राजकोट आने से खुद को रोक नहीं पाए सरफराज के पिता, वरना नहीं देखने आते बेटे का डेब्यू
IND vs ENG 3rd Test: इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में सरफराज खान को डेब्यू का मौका मिला. टेस्ट क्रिकेट की अपनी पहली पारी में सरफराज ने 62 रन बनाए. वह रन आउट हुए.
India vs England 3rd Test: भारत और इंग्लैंड के बीच राजकोट में तीसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा है. तीसरे टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम ने 5 विकेट के नुकसान पर 326 रन बना लिए हैं. इस टेस्ट में घरेलू क्रिकेट के किंग सरफराज खान को डेब्यू का मौका मिला. इसके बाद सरफराज खान और उनके पिता चर्चा में आ गए. दरअसल, अनिल कुंबले से डेब्यू कैप मिलने के बाद सरफराज अपने पिता की तरफ दौड़े. फिर दोनों रोने लगे, पिता ने सरफराज की कैप चूमी. हर कोई इस नज़ारे के देखकर इमोशनल हो गया. हालांकि, अगर भारतीय बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव नहीं होते तो शायद सरफराज खान के पिता अपने बेटे को टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करते हुए और अनिल कुंबले से टेस्ट कैप लेते नहीं देख पाते.
सरफराज के पिता नौशाद खान भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट के पहले दिन सरफराज की वाइफ के निरंजन शाह के साथ स्टेडियम में मौजूद रहे. अपने बेटे को भारतीय कैप लेते हुए देखकर नौशाद की आंखों से आंसू निकल आए. इस दौरान सरफराज और उनकी वाइफ भी रोए. हालांकि, सरफराज के पिता नौशाद को स्टेडियम लाने में सूर्यकुमार की अहम भूमिका रही.
नौशाद ने मैच के इतर खुलासा किया कि सूर्यकुमार के संदेश ने उन्हें राजकोट आने के लिए मनाया. उन्होंने कहा, "शुरुआत में मैंने सोचा कि मैं नहीं आऊंगा, क्योंकि इससे सरफराज पर किसी तरह का दबाव पड़ सकता है. इसके अलावा मुझे थोड़ी सर्दी भी लगी थी, लेकिन सूर्यकुमार के संदेश से मेरा दिल पिघल गया."
नौशाद ने सूर्यकुमार का मैसेज पढ़ते हुए कहा, "मैं आपकी भावनाओं को समझ सकता हूं, लेकिन विश्वास कीजिए जब मैंने टेस्ट डेब्यू किया (पिछले साल मार्च में नागपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) और मुझे मेरी टेस्ट कैप मिल रही थी तो मेरे पिता और मां मेरे पीछे खड़े थे और यह लम्हा बेहद खास था. यह लम्हे बार बार नहीं आते. इसलिए मैं आपको सुझाव देता हूं कि आप जरूर जाओ."
यह संदेश मिलने के बाद नौशाद ने राजकोट की यात्रा करने का इंतजाम किया. उन्होंने कहा, "सूर्या का यह संदेश मिलने के बाद मैं खुद को आने से नहीं रोक पाया. दवा खाई और यहां आ गया."