नई दिल्ली: क्रिकेट अनिश्चिताओं का खेल है. हर मैच में कई सारे रिकॉर्ड बनते हैं तो कई टूटते भी हैं. ऐसा ही एक ऐतिहासिक वनडे मुकाबला आज से ठीक 11 साल पहले जोहानसबर्ग में साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था. साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 12 मार्च 2006 को खेले गए उस मुकाबले में रनों का ऐसा पहाड़ खड़ा हुआ कि वनडे क्रिकेट के इतिहास में इससे पहले कभी देखने को मिला. दोनों टीमों ने कुल 872 रन बनाए गए.
मैच का पूरा ब्यौरा
साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पांच वनडे मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. ऑस्ट्रेलियाई ओपनर एडम गिलक्रिस्ट (55) और साइमन कैटिच (79) ने टीम को तूफानी शुरूआत दिलाई थी. इसके बाद तीसरे नंबर बल्लेबाजी करने आए कप्तान रिकी पोटिंग ने रनों के तूफान को रुकने नहीं दिया और 105 गेंदों में ताबड़तोड़ 164 रनों की पारी खेली जिसमें 13 चौके और 9 गगनचुंबी छक्के शामिल थे. माइक हसी ने भी अपना दम दिखाया और 51 गेंदों में 81 रनों की विस्फोटक पारी खेली और टीम के स्कोर को 400 रनों के करीब पहुंचा दिया. बाकी का काम विस्फोटक बल्लेबाज एंड्रयू सायमंड ने पूरा कर दिया और 13 गेंदों में 23 रन बनाए. इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित 50 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 434 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया जो वनडे इतिहास में इससे पहले कभी नहीं हुआ था.
साउथ अफ्रीका की ओर से कोई भी गेंदबाज कारगर साबित नहीं हो पाया था. तेज गेंदबाज मखाया एंटीनी ने 9 ओवर में 80 रन खर्च कर सिर्फ एक विकेट हासिल कर पाए. इसके अलावा एंड्रयू हॉल ने एक जबकि रोजर टेलिमाकस 2 विकेट अपने नाम किया था.
साउथ अफ्रीका का जवाब
ऑस्ट्रेलिया की तूफानी और विस्फोटक बल्लेबाज़ी के बाद किसे पता था कि इतिहसा बनना अभी बाकी था. 435 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीकी टीम की शुरुआत निराशाजनक रही और सलामी बल्लेबाज बोएटा डिपिनेर सिर्फ एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए.
इसके बाद कप्तान ग्रेम स्मिथ और तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने हर्सल गिब्स ने संभल कर खेलते हुए पारी को संवारा और ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की. कप्तान स्मिथ ने 55 गेंदों में 90 रनों की विस्फोटक पारी खेली जिसमें 13 चौके और दो छक्के शामिल थे जबकि हर्सल गिब्स ने 111 गेंदों में 175 रनों की विस्फोटक पारी खेली जिसमें 21 चौके और 7 छक्के शामिल थे. इसी बल्लेबाज़ी की बदौलत इन दोनों बल्लेबाजों ने जीत की उम्मीद जगा दी.
हालांकि, इन दोनों के आउट होने के बाद साउथ अफ्रीका की पारी लड़खड़ाई, लेकिन विकेटकीपर बल्लेबाज मार्क बाउचर ने हार नहीं मानी और 43 गेंदों में 50 रनों की अर्द्धशतकिय पारी खेलकर एक गेंद और एक विकेट शेष रहते टीम को जीत दिलाने में कामयाब रहे.
इस रोमांचक मुकाबले को जीतने के साथ ही अफ्रीकी टीम ने पांच मैचों की सीरज को 3-2 से अपने नाम कर लिया. साउथ अफ्रीका के लिए यह जीत कई मायनों में खास रहा और वनडे क्रिकेट के इतिहास में यह मैच हमेशा के लिए इतिहास में दर्ज हो गया.
ऑस्ट्रेलिया की पारी:
साउथ अफ्रीका की पारी: