SAvsIND: पांचवें मुकाबले के लिए डीविलियर्स की तैयारी देख आप भी हो जाएंगे हैरान!
पोर्ट एलिजाबेथ में मंगलवार को हाने वाले पांचवें मुकाबले को लेकर डीविलियर्स की तैयारी देख आप भी सोच में पड़ जाएंगे कि पैड,थाई पैड पहने डीविलियर्स ये क्या और क्यों कर रहे हैं.
BY KUNTAL CHAKRABORTY
भारत के खिलाफ छह मैचों की वनडे सीरीज के पहले तीन वनडे में चोट के कारण बाहर रहने वाले साउथ अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज एबी डीविलियर्स टीम में वापसी कर चुके हैं. चौथे मैच में उन्होंने वापसी की और अब पांचवें मुकाबले की तैयारी में जुट गए हैं. पोर्ट एलिजाबेथ में मंगलवार को हाने वाले पांचवें मुकाबले को लेकर डीविलियर्स की तैयारी देख आप भी सोच में पड़ जाएंगे कि पैड,थाई पैड पहने डीविलियर्स ये क्या और क्यों कर रहे हैं.
आमतौर पर मैच से एक दिन पहले बल्लेबाज नेट पर अपने शॉट पर काम करता है. कमोजारियों को दूर करने के लिए खास गेंद का सामना करना पड़ता है लेकिन डीविलियर्स पैड पहन कर टेनिस खेल रहे हैं. प्रैक्टिस के दौरान साइट स्क्रीन के सहारे डीविलियर्स ने फोरहैंड और बैकहैंड लगाए. काफी समय तक डीविलियर्स ने मैदान पर बैट की जगह रैकेट थामे दिखे और इस दौरान जमकर टेनिस खेली.
क्यों उठाया रैकेट
डीविलियर्स को प्रैक्टिस करते देख मुकाबले के विदेशी अंपायर पाकिस्तान के अलीन डार भी मैदान पर पहुंच गए और डीविलियर्स के साथ टेनिस का लुत्फ उठाने लगे. इसी दौरान एबी ने एक हवा हवाई शॉट खेला और उसके बाद ही इस बात का पता चला कि वो क्रिकेट के बजाय टेनिस क्यों खेल रहे हैं.
डीवीलियर्स के ऊंचे शॉट पर जब अलीन डार कैच के लिए दौड़े तो गेंद उनसे दूर चली गई. ऐसा ही कुछ मैच में भी होता है क्योंकि पोर्ट एलिजाबेथ में जीत और हार का अंतर खिलाड़ी नहीं हवा तय करती है.
टेनिस के सहारे डीविलियर्स अपने हैंड-आई कॉर्डिनेशन को बेहतर करना चाहते हैं क्योंकि मैच के दौरान तेज हवा से गेंद काफी स्विंग करती है. क्रिकेट बॉल की तुलना में टेनिस की बॉल हल्की होती है जो हवा चलने पर काफी हिलती है. ऐसे में मैच के लिए खुद को तैयार करने का इससे बेहतर ऑप्शन नहीं हो सकता.
हवाओं का शहर
पोर्ट एलिजाबेथ को हवाओं का शहर कहा जाता है. इतना ही इस शहर को दक्षिणी गोलार्द्ध के अंतिम स्थान के रूप में भी माना जाता है. समूद्र के किनारे होने के कारण यहां हवाएं काफी तेज चलती है. मौसम विभाग के द्वारा कल होने वाले मुकाबले में शाम के वक्त तेज हवाएं चलने की भविष्यवाणी भी की गई है. ऐसे में बल्लेबाजों के लिए रन बनाना काफी मुश्किल हो सकता है.
गेंदबाज भी होते हैं परेशान
तेज हवाओं के कारण बल्लेबाजों को एक तरफ जहां स्विंग समझने में दिक्कत होती है वहीं परेशानियां गेंदबाजों के लिए भी समान रूप से है. गेंदबाजों को इस मैदान पर दूसरे मैदानों की तुलना में अपने लाइन लेंथ पर काफी मेहनत करनी पड़ती है. बल्लेबाज और गेंदबाज के साथ-साथ परेशानियां फील्डरों के लिए भी है. जिसका उदाहरण आप अलीम डार के रूप में समझ सकते हैं. ऐसे में दोनों ही कप्तान के लिए टॉस जीतकर बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने का फैसला काफी चुनौती भरा हो सकता है.