साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में टीम इंडिया की जीत की लय टूट गई है. जोहांन्सबर्ग में खेले गए चौथे वनडे मुकाबले में भारतीय टीम को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. अब इस हार को भुला कर टीम इंडिया अगले मैच की तैयारी में जुट गई है. बता दें कि सीरीज में अभी दो मैच खेले जाने बाकि है.


साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में अबतक खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम का दबदबा रहा है. पहले तीन वनडे मैचों में भारत ने जीत दर्ज कर सीरीज में 3-1 की बढ़त बना ली, ऐसे में भारतीय टीम की नजर अब साउथ अफ्रीका की धरती पर पहली वनडे सीरीज जीतने पर होगी.


सीरीज का पांचवा मुकाबला पोर्ट एलिजावेथ में खेला जाएगा. पोर्ट एलिजावेथ का मैदान इस बात की गवाही देता है कि भारतीय टीम को यहां जीत दर्ज करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. भारतीय टीम का रिकॉर्ड इस मैदान पर बेहद ही निराश करने वाला रहा है. इस मैदान पर भारत ने अबतक पांच मैच खेले हैं जिसमें से उसे पांचों मुकाबले में हार का मूंह देखना पड़ा है. यहां तक कि इस मैदान पर भारतीय टीम केन्या जैसे टीम से भी नहीं जीत पाई.


इसके अलावा भारतीय टीम में इस मैदान पर एक बार भी 200 से अधिक रनों का स्कोर नहीं बना पाई हैं. इस मैदान पर पिछले पांच मुकाबलों में भारत का स्कोर 147, 179, 176, 163 और
142 रनों का रहा है.


मौसम बनेगा जीत की राह में रोड़ा


भारत की जीत में साउथ अफ्रीका के खिलाड़ी ही नहीं बल्कि यहां का मौसम भी एक बड़ी बधा है. तेज हवा के कारण के गेंदबाजों को अपने लाइन और लेंथ पर काबू रखने में खासा मुश्किल होती है जबकि बल्लेबाजों को गेंद की स्विंग को समझने में परेशानी होती है.


ऐसे में इतिहास रचने से सिर्फ एक कदम दूर टीम इंडिया चाहेगी कि पूराने रिकॉर्ड को भूलकर साउथ अफ्रीका की धरती पर पहली वनडे सीरीज जीते.


आपको बता दें कि 6 मैचों की सीरीज के पहले तीन मैचों में भारत ने जीत दर्ज की है. वहीं चौथे वनडे में साउथ अफ्रीका को डकवर्थ लुईस मैथड से पहली जीत नसीब हुई.


साउथ अफ्रीका को सीरीज में बने रहने के लिए बांकि बचे दोनों मुकाबलों को जितना होगा. इस सीरीज में साउथ अफ्रीका टीम की सबसे बड़ी परेशानी खिलाड़ियों का चोटिल होना है. टीम के कप्तान फाफ डुप्लेसी और विकेटकीपर बल्लेबाज चोटिल होकर सीरीज से बाहर हो चुके हैं.


टीम के धाकड़ बल्लेबाज एबी डिविलयर्स भी पहले तीन मैचों में नहीं खेल पाए थे. चौथे वनडे में खेलने उतरे डिविलयर्स कुछ खास कमाल नहीं कर पाए और सिर्फ 26 रन ही पाए. वहीं दूसरी ओर भारत की स्पिन जोड़ी कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल से निपटने के लिए साउथ अफ्रीकी टीम को रणनीति बनानी होगी.