By: सचिन पांण्डेय


साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में मिली हार के बाद भारतीय पर टीम पर अब सवाल उठने लगे हैं. श्रीलंका के खिलाफ घरेलू सीरीज में शानदार प्रर्दशन करने वाली टीम इंडिया के बारे में कहा जा रहा है कि वह सिर्फ में अपने घर में शेर है जबकि विदेश धरती पर टीम पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुई है. दौरे पर रवाना होने से पहले यह कहा जा रहा था कि विराट कोहली टीम इंडिया पर लगा यह तमगा हटा देंगे, लेकिन साउथ अफ्रीका में मिली हार बाद अब उनकी कप्तानी का ही मजाक उड़ने लगा है.


ऐसा इसलिए कि मौजूदा टेस्ट सीरीज में विराट ने ऐसे कई फैसले लिए जो हैरान वाले रहे. सबसे पहले यह कि लगातार दो मुकाबलों में टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा गया, ऐसा पहली बार हुआ है कि टीम का उपकप्तान ही प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं रहा जबकि दो मैचों में पूरी तरह से फ्लॉफ रहे रोहित शर्मा पर विराट ने अपना भरोसा जताया.


इससे पहले विराट ने दावा किया था कि मौजूदा फॉर्म को ध्यान में रखते हुए ही टीम में खिलाड़ी को जगह दी जाएगी लेकिन देश के बाहर पहली सीरीज में ही रोहित शर्मा जैसे इनफॉर्म बल्लेबाज अपना फॉर्म खो बैठे.


विराट का सबसे हैरान करने वाला फैसला केपटाउन टेस्ट में टीम इंडिया के लिए सबसे शानदार प्रदर्शन करने वाले भुवनेश्वर को दूसरे मैच में जगह नहीं देना रहा. इसके अलावा ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन को एक मैच में फ्लॉप होने की वजह से सेंचुरियन टेस्ट बाहर रखा गया जबकि उनकी जगह टीम में शामिल किए गए केएल राहुल पूरी तरह से फ्लॉप रहे और दोनों पारियों को मिलाकर सिर्फ 14 रन ही बना पाए.


इतना ही नहीं मैदान के अंदर भी विराट के फैसले पर सवाल उठाए गए. दूसरी पारी में गेंदबाजी के दौरान मोहम्मद शमी को 19वें ओवर के बाद लाया गया. विराट के इस फैसले से शमी भी हैरान थे.


फ्लॉप बल्लेबाजी


देश के बाहर के बाहर भारतीय बल्लेबाजों को हमेशा से तेज और उछाल भरी पिच पर खेलने में परेशानी का सामना करना पड़ा है. तेज और उछाल भरी पिच पर विजय, राहुल, शिखर, रोहित और पुजारा के कुछ इस तरह का रहा है.


नाम                मैच      रन     औसत      100/50


विराट कोहली       2       191    47.7        1/0
रोहित शर्मा         2        78     19.5        0/0
मुरली विजय       2        69     17.2        0/0
चेतेश्वर पुजारा     2        49     12.2        0/0
केएल राहुल        1        14       7.0        0/0

कमजोर फील्डिंग


बल्लेबाजी के साथ साउथ अफ्रीका में भारतीय टीम फील्डिंग में भी नाकाम रही. इस मुकाबले में भारतीय टीम ने इतने कैच छोड़े जितने इन्होंने पकड़े भी नहीं. सीरीज के पहले टेस्ट में टीम इंडिया ने 4 कैच टपकाए जबकि दूसरे टेस्ट में भारतीय फील्डरों ने पांच कैच छोड़ें जो टीम के लिए बहुत भारी पड़ा.


कम तैयारी के साथ मैदान में उतरना


सीरीज हारने के बाद अब सावाल यह भी उठने लगा है कि क्या विराट कोहली कम तैयारी के साथ मैदान में उतरी थी. टेस्ट मैच से पहले भारतीय टीम प्रैक्टिस मैच नहीं खेलने का निर्णय लिया था कहीं यह फैसला तो टीम इंडिया पर भारी नहीं पड़ गया.


किसी भी विदेशी दौरे पर जाने के लिए मेहमान टीम पिच को समझने के लिए प्रैक्टिस मैच खेलती है और खुद को मैच के हिसाब से तैयार करती है लेकिन टीम इंडिया ने ऐसा नहीं किया. ऐसे में टेस्ट में नंबर एक टीम से ऐसी गलतियों की गुंजाइश नहीं की जा सकती है खास तौर से सामने साउथ अफ्रीका जैसी मजबूत टीम के खिलाफ खेल रहे हैं.