नई दिल्ली: सिर्फ फैंस को वीरेंद्र सहवाग के ट्वीट पढ़ने का लुत्फ नहीं उठाते बल्कि यह पूर्व क्रिकेटर भी मनोरंजन के लिए अपने ही ट्वीट पढ़ता है. ट्विटर पर सहवाग के मजाकिया और सटीक पोस्ट काफी लोकप्रिय हो रहे हैं.



 



सहवाग ने ‘एजेंडा आज तक’ सत्र के दौरान कहा, ‘‘सोशल मीडिया ऐसा मंच है जहां आप अपना नजरिया रख सकते हैं और अपने प्रशंसकों से जुड़ सकते हैं. मैंने हमेशा एक चीज में विश्वास रखा है और वह है एंटरटेनमेंट..एंटरटेनमेंट..एंटरटेनमेंट. जीवन में पहले ही काफी तनाव है. अगर आप किसी को खुश कर सकते हैं और हंसा सकते हो तो इससे बेहतर कुछ नहीं है.’’



 



उन्होंने कहा, ‘‘लोग काफी आम चीजें लिखते हैं. मैंने सोचा कि कुछ ऐसा लिखा जाए जिस पर लोग ध्यान दें. मैं हाल में अभिनेता रणवीर सिंह से मिला और उसने कहा कि वह आधी रात को मेरे ट्वीट पढ़ता है और पलंग पर हंसी से उछलने लगता है.’’ 



 



सहवाग ने कहा, ‘‘मेरे बच्चे भी मुझे कहते हैं कि आप शानदार हैं. भगवान (सचिन तेंदुलकर) आपकी तारीफ करते हैं. क्या आप इतने अच्छे थे. अब मैं यूट्यूब पर अपनी खुद की बल्लेबाजी के वीडियो देखता हूं और लुत्फ उठाता हूं.’’ 



 



यह पूछने पर कि विराट उन्हें किसकी याद दिलाते हैं सहवाग ने कहा कि किसी की तुलना किसी ने नहीं की जानी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘जब वह बल्लेबाजी करता है तो मैं लुत्फ उठाता हूं. वह मुझे सिर्फ विराट की याद दिलाता है. वर्ष 2016 में उसके आंकड़े डान ब्रैडमैन से बेहतर हैं. वह वनडे, टेस्ट सभी प्रारूपों में अच्छा है. किसी की तुलना नहीं की जानी चाहिए. जब लोगों ने मुझे कहा कि मैं तेंदुलकर की तरह खेलता हूं तो मैंने 10-12 वनडे में उनकी तरह शाट खेलने की कोशिश की और बुरी तरह विफल रहा. तब मैंने कहा तेंदुलकर से कोई मतलब नहीं, अपने स्वयं का खेल खेलो.’’ 



 



सहवाग ने कहा कि इंग्लैंड के स्पिनर एश्ले जाइल्स के खिलाफ उन्होंने एक बार सचिन तेंदुलकर को क्रीज से बाहर निकलकर खेलने की सलाह दी थी और ऐसा करते हुए यह दिग्गज बल्लेबाज स्टंप हो गया जिसके बाद वह चाय के विश्राम के दौरान ड्रेसिंग रूम में नहीं गए और अंपायरों के कमरे में रूके.