भारत की स्टार महिला क्रिकेटर शेफाली वर्मा ने द हंड्रेड से वापस लौटने का फैसला किया है. शेफाली वर्मा बमिर्ंघम फिनिक्स के लिए ओवल इंविंसिबल्स के खिलाफ होने वाला द हंड्रेड का एलिमिनेटर मुकाबला नहीं खेलेंगी. ऑस्ट्रेलियाई दौरे की तैयारियों के लिए शेफाली वर्मा भारत वापस लौट आई हैं.


ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर रवाना होने से पहले भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी बैंगलुरु में जमा हो रही हैं. भारत की जिन खिलाड़ियों ने द हंड्रेड में हिस्सा लिया है उन्हें भी इस कैंप में शामिल होना है. हालांकि इंग्लैंड से लौटने के बाद इन खिलाड़ियों को क्वारंटीन रखा गया है. 


शेफाली वर्मा पिछले तीन महीने से इंग्लैंड में थीं. शेफाली ने पहले इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट, टी20 और वनडे सीरीज में हिस्सा लिया. इसके बाद वह द हंड्रेड लीग खेलने लगीं. दूसरी भारतीय खिलाड़ी स्मृति मांधना की टीम ने भी हंड्रेड के नॉकआउट चरण में क्वालीफाई कर लिया, लेकिन वह सितंबर में ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होने से पहले अपने परिवार के संग कुछ समय बिताने के लिए स्वदेश लौट आई हैं.


शेफाली ने खेली 76 रन की पारी


वर्मा के लिए यह टूर्नामेंट मिला जुला रहा. वह केवल एक ही बार 25 से ज्यादा रन की पारी खेल सकीं, लेकिन इसमें उन्होंने 42 गेंद में नाबाद 76 रन बनाए और अपनी टीम को वेल्श फायर के खिलाफ जीत दिलाई. इसी पारी की वजह से उनकी टीम अगले चरण में पहुंच सकी. उन्होंने इंस्टाग्राम पर टीम की साथी खिलाड़ियों के साथ एक फोटो को पोस्ट करते हुए लिखा, "मैंने सच में इस ग्रुप के साथ खेलने का काफी लुत्फ लिया. दोस्ती और यादें हमेशा साथ रहेंगी. टीम को नॉकआउट चरण के लिए शुभकामनाएं."


वहीं फिनिक्स की कप्तान एमी जोंस ने स्वीकार किया कि उनका जाना वाकई में बड़ी क्षति है, लेकिन टीम में इतनी गहराई है कि उनकी कमी महसूस नहीं होगी. जोंस ने कहा, "सभी ने देखा कि वह वेल्श के खिलाफ कितना आक्रामक क्रिकेट खेल रही थी. उनका जाना बड़ी क्षति है, लेकिन हम खुशकिस्मत हैं कि हमारे पास मैरी केली, थिया ब्रूक्स और रिया फैकरल जैसी पावर हिटर्स हैं. इनको अभी मौका नहीं मिल पाया है, वह अनलकी रही हैं."


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