नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके पाकिस्तान के विस्फोटक बल्लेबाज शाहिद अफरीदी का जलवा टी 20 क्रिकेट में बरकरार है. अपने ऑलराउंड क्रिकेट के दम पर अफरीदी ने बांग्लादेश प्रीमियर लीग के दसवें मुकाबले में ढाका डायनामाइट्स को सिलहट सिक्सर्स के ऊपर रिकॉर्ड जीत दिलाई.

गेंदबाजी में चार विकेट लेकर सिलहट को 20 ओवर में 9 विकेट पर 101 रन पर रोकने के बाद ढाका ने 73 गेंद पहले दो विकेट खोकर जरूरी लक्ष्य हासिल कर लिया. बीपीएल के इतिहास में ढाका की ये जीत लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे बड़ी और तेज जीत है.

अपने पांच मुकाबले में तीन जीत चुके सिलहट हार कर भी टॉप पर बना हुआ है. लेकिन इस मैच में टीम का बुरा हाल हुआ. अफरीदी(4 ओवर 12 रन 4 विकेट) और सुनील नरेन(4 ओवर 10 रन तीन विकेट) की खतरनाक स्पिन गेंदबाजी के आगे सिलहट के 9 बल्लेबाज सिर्फ 53 रन पर पवेलियन लौट गए थे. बीपीएल इतिहास में दसवें विकेट के लिए रिकॉर्ड 48 रनों की साझेदारी ने टीम को 101 तक पहुंचाने में मदद की. टीम के सात बल्लेबाज दहाई का आंकाड़ा भी पार नहीं कर पाए.

जवाब में ढाका की ओर से सलामी बल्लेबाजी के लिए उतरे एविन लुईस और अफरीदी ने टीम को धमाकेदार शुरुआत दी. अफरीदी के बल्ले से महज 17 गेंद में 37 रन निकले जिसमें पांच गगनभेदी छक्के शामिल थे. अफरीदी को रंग बदलते देख लुईस ने भी आक्रामक तेवर अपनाए और सिलहट के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की. उन्होंने 18 गेंद में 44 रनों की नाबाद पारी खेली जिसमें 2 चौके और पांच छक्के शामिल थे. दोनों ने पहले विकेट के लिए 4.1 ओवर में 59 रनों की साझेदारी की.

अफरीदी के आउट होने के बाद कैमरन डेलपोर्ट बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए. लेकिन इसके बाद कप्तान शाकिब अल हसन (नाबाद 18) ने लुईस के साथ 7.5 ओवर में टीम को बड़ी जीत दिला दी.

मैन ऑफ द अवॉर्ड का खिताब जीतने के बाद अफरीदी ने कहा कि ये तो बस चमत्कार ही है कि मैं अभी तक खेल रहा हूं, अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी को लेकर उन्होंने कहा, कम लक्ष्य के बाद कप्तान शाकिब मेरे पास आए और कहा कि जाइए और मनोरंजन कीजिए, मैंने वही किया जो कप्तान ने कहा.