अफरीदी ने रविवार को कराची में अपनी किताब के अनावरण के दौरान कहा, "मुझे लगता है कि गौतम गंभीर को कुछ समस्याएं हो सकती हैं. मैं अस्पतालों के साथ काम कर रहा हूं और मैं यहां उसका बहुत अच्छा इलाज करा सकता हूं."
पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी ने गंभीर को वीजा दिलाने की पेशकश भी की.
अफरीदी ने कहा, "भारत सरकार आम तौर पर हमारे लोगों को वीजा नहीं देती है, लेकिन मैं भारत से आने वाले हर किसी का पाकिस्तान में स्वागत करूंगा. हमारे लोगों और हमारी सरकार ने हमेशा भारतीयों का स्वागत किया है और गौतम के लिए मैं खुद वीजा की व्यवस्था करूंगा ताकि उसका इलाज यहां हो सके."
अफरीदी ने किताब में क्या लिखा हैं?
शाहिद अफरीदी ने अपनी आत्मकथा में पूर्व भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर के साथ हुए विवाद के बारे में लिखा. उन्होंने गंभीर की आलोचना करते हुए कहा कि उनका अपना कोई व्यक्तित्व नहीं है और उनमें बहुत ज्यादा एटिट्यूड है.
अफरीदी ने अपनी किताब में लिखा, "कुछ प्रतिस्पर्धा पर्सनल होती हैं, तो कुछ प्रोफेशनल. गंभीर का मामला दिलचस्प है. उनमें एटिट्यूड की समस्या है. गंभीर का कोई व्यक्तित्व नहीं है और क्रिकेट के खेल में उनका कोई चरित्र भी नहीं है. उनके पास कोई बड़ा रिकॉर्ड नहीं है, बस एटिट्यूड है."
अफरीदी ने लिखा, "कराची में हम ऐसे लोगों को सरयाल (जो हमेशा गुस्से में रहे) कहते हैं. मुझे खुश और सकारात्मक लोग पसंद हैं, यह मायने नहीं रखता कि आप कितने आक्रामक सह प्रतिस्पर्धी हैं, लेकिन आपको सकारात्मक होना चाहिए और गंभीर ऐसे नहीं थे."
गंभीर ने दिया था ये जवाब
राजनीति में उतर चुके गौतम गंभीर ने भी अफरीदी को शनिवार को जोरदार जवाब दिया था. गंभीर ने कहा, "शाहिद अफरीदी तुम बहुत मजाकिया हो. वैसे हम अभी भी पाकिस्तान के लोगों को इलाज कराने के लिए भारत का वीजा दे रहे हैं. मैं तुम्हें खुद मनोचिकित्सक के पास ले जाऊंगा."
आपको बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी शाहिद अफरीदी अपनी आत्मकथा 'गेम चैंजर' को लेकर लगातार सुर्खियां बटोर रहे हैं.