कोरोनावायरस के कारण बंद पड़े क्रिकेट टूर्नामेंट्स और सीरीज को फिर से शुरू करने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और सभी देशों के क्रिकेट बोर्ड अपनी ओर से कुछ प्रयास कर रहे हैं. आईसीसी ने हाल ही में खिलाड़ियों की ट्रेनिंग से लेकर मैचों के आयोजन को लेकर कुछ शुरुआती गाइडलाइन जारी किए थे. साथ ही गेंद में सलाइवा (लार) के इस्तेमाल पर भी रोक लगाने का फैसला किया, लेकिन बांग्लादेश के प्रतिबंधित ऑलराउंडर शाकिब अल हसन का मानना है कि इनमें और स्पष्टता की जरूरत है.
कोरोनावायरस महामारी के कारण मार्च से ही सभी क्रिकेट सीरीज और टूर्नामेंट स्थगित या रद्द हो चुके हैं. फिलहाल किसी भी सीरीज के शुरू होने को लेकर स्थिति साफ नहीं है. हालांकि माना जा रहा है कि वेस्टइंडीज और पाकिस्तान की टीमें जुलाई-अगस्त में इंग्लैंड दौरे पर रहेंगी, लेकिन ज्यादातर सीरीज को लेकर स्थिति साफ नहीं है.
ऐसे में शाकिब का मानना है कि क्रिकेट की सुरक्षित वापसी के लिए खिलाड़ियों और अधिकारियों की सुरक्षा के लिए बहुत सारे सवालों का जवाब देने की जरूरत है. उन्होंने आईसीसी की ओर से जारी गाइडलाइन पर और स्पष्टता की बात कही.
बैटिंग, फील्डिंग और दर्शकों के मुद्दे पर स्पष्टता जरूरी
ईएसपीएन-क्रिकइंफो ने बांग्लादेशी अखबरा, प्रोथोम आलो में छपे शाकिब के बयान के हवाले से बताया है, "अब हम सुन रहे हैं कि यह (कोरोनावायरस) सिर्फ तीन या छह फीट नहीं बल्कि 12 फीट की दूरी से भी फैल सकता है. इसका ये मतलब हुआ कि ओवर खत्म होने के बाद बल्लेबाज एक-दूसरे के पास नहीं जाएंगे."
शाकिब ने साथ ही स्टेडियम में दर्शकों और मैदान में फील्डिंग का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा, " क्या बल्लेबाज अपने-अपने छोर पर ही खड़े रहेंगे? स्टेडियम में क्या कोई दर्शक नहीं होगा? विकेटकीपर क्या दूर खड़ा होगा? नजदीकी फील्डरों का क्या होगा? इन मुद्दों पर चर्चा किए जाने की जरूरत है."
शाकिब ने उम्मदी जताई कि आईसीसी किसी तरह का खतरा नहीं उठाना चाहेगी. उन्होंने कहा, " मुझे नहीं लगता है कि वो कोई खतरा लेंगे. जो भी हो, जीवन पहले है. मुझे विश्वास है कि वे सुरक्षा के बारे में पहले सोचेंगे."
ICC ने जारी की हैं गाइडलाइन
आईसीसी ने हाल ही में क्रिकेट की वापसी के लिए कई जरूरी गाइडलाइन जारी की थी. इनमें खिलाड़ियों की ट्रेनिंग से लेकर उनके रहने तक और मैच के दौरान अंपायरों की जिम्मेदारियों के लिए भी कई दिशानिर्देश जारी किए थे.
आईसीसी की गाइडलाइन के मुताबिक, मैच से पहले अलग थलग ट्रेनिंग कैंप का आयोजन किया जाए, जिसमें टेम्प्रेचर की जांच और यात्रा पर जाने से कम से कम 14 दिन पहले कोरोना वायरस का टेस्ट शामिल है.
आईसीसी ने खिलाड़ियों के बीच हमेशा डेढ़ मीटर (या जो भी संबंधित सरकारों ने तय किया हो) की दूरी बनाये रखने और निजी सामान की लगातार सफाई की सिफारिश की है.
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