बांग्लादेश के पूर्व कप्तान शाकिब अल हसन पर आईसीसी एंटी करप्शन कोड ब्रेक करने की वजह से दो साल का बैन लगा हुआ. पिछले साल बैन लगने के बाद स्टार ऑलराउंडर ने पहली बार मामले पर चुप्पी तोड़ी है. शाकिब ने कहा है उन्होंने फिक्सिंग के लिए अप्रोच करने वाले बुकी को हल्के में लिया और आज उन्हें उसी बात का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.


शाकिब को पिछले साल अक्टूबर में एंटी करप्शन कोड ब्रेक करने के लिए दो साल के लिए सभी तरह की क्रिकेट खेलने से प्रतिबंधित कर दिया गया. शाकिब ने क्रिकबज से कहा, ''मैंने सारी बात को हल्के में लिया. मैं जब एंटी करप्शन टीम के मेंबर से मिला तो मैंने बताया और वह सब जानते थे.''


शाकिब ने कहा कि उन पर 10 साल का बैन लग सकता था. उन्होंने कहा, ''मेरे पास जो भी सबूत थे, वो मैंने दिए. वो सब जानते थे. ईमानदारी से बताऊं तो यही एक वजह ही कि मेरा बैन कम है, वरना मुझ पर 5 से 10 साल का बैन लग सकता था.''


शाकिब ने मानी गलती


शाकिब ने माना कि उन्होंने वेबकूफी की. स्टार ऑलराडंर ने कहा, ''मैंने बेहद बेवकूफी भरी गलती खी. मेरे पास इंटरनेशनल क्रिकेट का लंबा अनुभव है. मैंने इतने मैच खेले हैं. मैंने आईसीसी एंटी करप्शन कोड ऑफ कंडक्ट की क्लास लगाई है. मुझे मामले की जानकारी ना देने वाला फैसला नहीं लेना चाहिए था.''


शाकिब ने दूसरे खिलाड़ियों को सलाह दी है कि उन्हें इस बात को हल्के में नहीं लेना चाहिए. उन्होंने कहा, ''मुझे इस बात का पछतावा है. किसी को भी बुकी से मिलने वाले मैसेज और कॉल को हल्के में नहीं लेना चाहिए. इस बात की जानकारी तुरंत आईसीसी को देनी चाहिए. मैंने एक सीख ली है.''


शाकिब बैन से पहले शानदार फॉर्म में चल रहे थे. शाकिब अल हसन ने पिछले साल इंग्लैंड में हुए वर्ल्ड कप में 606 रन बनाए थे.


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