Team India: हार्दिक पांड्या को टेस्ट जर्सी में देखना चाहते हैं शेन वॉटसन, तारीफ में कही ये बातें
Hardik Pandya: हार्दिक पांड्या टी20 क्रिकेट में बतौर कप्तान रोहित शर्मा का रिप्लेसमेंट देखे जा रहे हैं. ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शेन वॉटसन मानते हैं कि वह टेस्ट क्रिकेट में भी कमाल कर सकते हैं.
Shane Watson on Hardik Pandya: हार्दिक पांड्या ने आखिरी बार सितंबर 2018 में टेस्ट मैच खेला था. इसके बाद से वह भारत की टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं. पिछले साल IPL के पहले तक तो वह टीम इंडिया की टी20 और वनडे स्क्वाड से भी बाहर चल रहे थे लेकिन IPL 2022 में लाजवाब प्रदर्शन कर उन्होंने सफेद गेंद से खेले जाने वाले इन दोनों फॉर्मेट में वापसी की. अब पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर उन्हें टेस्ट क्रिकेट में भी वापसी करते हुए देखना चाहते हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स के एक सवाल के जवाब में वॉटसन ने कहा, 'अगर उनकी बॉडी टेस्ट क्रिकेट की कठोरता का सामना कर सकती है तो उन्हें निश्चित तौर पर इस फॉर्मेट में वापसी करनी चाहिए. उनके पास अविश्वसनीय स्किल्स हैं. बल्लेबाजी में वह काफी मजबूत तकनीक रखते हैं. हां वह एक पावर हिटर हैं लेकिन सभी ने देखा है कि टी20 क्रिकेट में टॉप ऑर्डर में आकर वह किस तरह से बल्लेबाजी कर सकते हैं. गुजरात लायंस के लिए नंबर-4 पर बल्लेबाजी करते हुए और भारतीय टीम के लिए वनडे फॉर्मेट में खेलने के दौरान कई बार वह सिर्फ पावर हिटर के तौर पर नहीं खेले. उन्होंने सूझ-बूझ के साथ भी बल्लेबाजी की. तो अगर सिर्फ बल्लेबाजी के नजरिए से ही देखा जाए तो वह टेस्ट क्रिकेट में अच्छा परफॉर्म कर सकते हैं.'
'वह नई गेदं को स्विंग भी करा सकते हैं'
वॉटसन कहते हैं, 'गेंदबाजी के लिहाज से भी देखें तो अगर वह फिट हैं तो वह अच्छी काबिलियत रखते हैं. वह नई गेंद को स्विंग करा सकते हैं और भारतीय टीम को काफी मजबूती दे सकते हैं. मैं मानता हूं कि टेस्ट क्रिकेट में उनकी वापसी सिर्फ उनके शरीर पर निर्भर करती है. क्या वह क्रिकेट के इस लंबे फॉर्मेट की थकान को सहने की क्षमता रख पाते हैं, यही सबसे बड़ा सवाल है. मैं चाहूंगा कि वह अपने ऑलराउंडर परफॉर्मेंस की सीमा को थोड़ा और बढ़ाएं और सभी फॉर्मेट का क्रिकेट खेलें, क्योंकि वह वर्ल्ड क्रिकेट में एक स्पेशल टैलेंट हैं.'
हार्दिक पांड्या ने अब तक 11 टेस्ट मैच खेले
हार्दिक पांड्या ने जुलाई 2017 में टेस्ट डेब्यू किया था. अपने टेस्ट करियर में उन्होंने 11 मैचों में 31.29 की औसत से 532 रन बनाए और 31.05 की औसत से 17 विकेट चटकाए. पिछले साढ़े चार साल से वह भारत की टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं.
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