भारत के खिलाफ 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में भारत के 40 जवान शहीद हो गए. आतंकवाद को रोकने के लिए लगातार बनाए जा रहे चौतरफा दबाव के बाद पाकिस्तान की सरकार नींद से जागी है. पाकिस्तान ने 2008 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के नेतृत्व वाले जमात-उद-दावा और फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन पर बैन लगाने का आदेश दिया है.


जहां भारत व्यापारिक तौर पर और वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है. वहीं देश के अंदर से ऐसी भी आवाज़ें उठ रही हैं भारत को क्रिकेट के मैदान पर भी पाकिस्तान का बहिष्कार करना चाहिए. भले ही भारत, पाकिस्तान के साथ लंबे समय से द्वीपक्षीय सीरीज़ नहीं खेल रहा. लेकिन फिर भी आईसीसी के टूर्नामेंट में दोनों टीमों के मैच देखने को मिलते हैं.


ऐसे जहां देश के अंदर ऐसी आवाज़ें उठ रही है कि भारत को इसी साल इंग्लैंड में होने वाले विश्वकप में पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेलना चाहिए. वहीं कांग्रेस पार्टी के सांसद शशि थरूर ने इसके खिलाफ बयान दिया है. उनकी राय में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलना चाहिए क्योंकि बिना खेले इसे भारत की हार कहा जाएगा.


शशि थरूर ने एएनआई से कहा कि '1999 कारगिल वार के वक्त भी भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ विश्वकप का मैच खेला था और उसे जीता भी था. पाकिस्तान के खिलाफ मैच नहीं खेलने से दो चीजें होंगी. यह आत्मसमर्पण से भी बदतर होगा क्योंकि यह एक लड़ाई के बिना हार होगी.' 






आपको बता दें कि भारत को पाकिस्तान के खिलाफ विश्वकप 2019 में जून महीने के मध्य में मैनचेस्टर में मुकाबला खेलना है. 


आज भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का कामकाज देख रही दो सदस्यीय प्रशासकों की समिति (सीओए) शुक्रवार को नई दिल्ली में बैठक करेगी, जिसमें वह इसी साल इंग्लैंड में होने वाले वनडे विश्व कप में पाकिस्तान के साथ खेलने या नहीं खेलने पर चर्चा कर सकती है.