Shubman Gill: टेस्ट क्रिकेट में शुभमन गिल का नहीं लग रहा 'दिल', अब लगातार मिल रहे मौकों पर सवाल
Test: शुभमन गिल टेस्ट क्रिकेट के 'टेस्ट' में पास नहीं हो पा रहे हैं. गिल को टेस्ट टीम में लगातार मौके दिए जा रहे हैं, जिसे वो भुनाने में नाकाम साबित हो रहे हैं.
Shubman Gill In Test: शुभमन गिल टेस्ट क्रिकेट में लगातार फ्लॉप होते दिख रहे हैं. गिल को लगातार मौके दिए जा रहे हैं, जिसे वो भुना नहीं पा रहे हैं. अगर आप गिल की पिछली 10 टेस्ट पारियां देखेंगे, तो आपके मन में सीधा सवाल पैदा होगा कि आखिरी उन्हें लगातार मौके क्यों दिए जा रहे हैं? पिछली 10 टेस्ट पारियों में गिल के बल्ले से कोई अर्धशतक भी नहीं निकला है.
इन दिनों इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ के पहले मुकाबले की पहली पारी में भी गिल फ्लॉप दिखे. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी गिल टेस्ट में फुस्स दिखाई दिए थे. बीती 10 पारियों में गिल सिर्फ 1 बार 30 रनों का आंकड़ा पार कर सके हैं. अब सवाल ये उठता है कि आखिर कब तक 'फ्लॉप गिल' को ऐसे ही मौके दिए जाते रहेंगे?
विदेशी के साथ-साथ गिल घरेलू सरज़मीं पर भी फ्लॉप होते दिख रहे हैं. इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ से पहले भारत ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर दो टेस्ट खेले थे. अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की 4 पारियों में गिल ने क्रमश: 2, 26, 36 और 10 रन बनाए थे. इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे पहले मुकाबले की पहली पारी में गिल सिर्फ 23 रन स्कोर कर आउट हो गए.
इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी तीन मैचों में नहीं होगा चयन?
भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ खेलनी है. बीसीसीआई ने सिर्फ शुरुआती दो टेस्ट के लिए ही टीम इंडिया एलान किया था. ऐसे में अब सवाल उठता है कि क्या गिल को आखिरी तीन मैचों के लिए टीम से बाहर कर दिया जाएगा? तो इसका जवाब गिल खुद दे सकते हैं, और वो कैसे? अब अगर गिल पहले मैच की दूसरी पारी और दूसरे टेस्ट में अच्छा परफॉर्म करते हैं, तो उन्हें आखिरी तीन मैचों के लिए चुना जाएगा, अगर वो अच्छा परफॉर्म करने में नाकाम रहते हैं, तो गिल को आखिरी टेस्ट से बाहर भी किया जा सकता है. अब गिल का प्रदर्शन और सिलेक्टर्स का फैसला देखना दिलचस्प होगा.
अब तक ऐसा रहा टेस्ट करियर
बता दें कि गिल ने दिसंबर, 2020 में टेस्ट डेब्यू किया था, जब से लेकर अब तक उन्होंने 20 रेड बॉल मुकाबले खेल लिए हैं. इन मैचों की 37 पारियों में बैटिंग करते हुए उन्होंने 30.58 की औसत से 1040 रन बना लिए हैं. इस दौरान उन्होंने 128 रनों के हाइएस्ट स्कोर के साथ 2 शतक और 4 अर्धशतक लगाए हैं.
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