मुंबई: रणजी ट्रॉफी के ऐतिहासिक मैच में लगभग चार घंटे तक बल्लेबाजी कर सिद्धेष लाड ने बड़ौदा के खिलाफ मैच ड्रॉ करवा कर मुंबई को एक अंक दिलाने में सफल रहा. रणजी ट्रॉफी में मुंबई का यह 500वां मैच था.
मुंबई के लिए इस ऐतिहासिक मैच में शुरू से ही कुछ भी अनुकूल नहीं रहा. पहले उसकी टीम 171 रन पर ढेर हो गयी. इसके जवाब में बड़ौदा ने अपनी पारी नौ विकेट पर 575 रन बनाकर समाप्त घोषित की और इस तरह से 404 रन की बढ़त हासिल की. मुंबई के सामने अब पारी की हार से बचने की चुनौती थी जिसमें आखिर में वह सफल रहा.
मैच के चौथे और अंतिम दिन मुंबई ने सुबह अपनी दूसरी पारी चार विकेट पर 102 रन से आगे बढ़ायी लेकिन भारतीय टीम के सदस्य अंजिक्य रहाणे (45) दिन के 20वें ओवर में पवेलियन लौट गये. उन्हें स्वप्निल सिंह (55 रन देकर दो) ने बोल्ड किया. लाड ने यहीं पर क्रीज पर कदम रखा और फिर बड़ौदा की जीत की उम्मीदों पर पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
सिद्धेष लाड ने सूर्यकुमार यादव (44) के साथ छठे विकेट के लिये 79 रन जोड़े. दीपक हुड्डा ने यादव को आउट करके यह साझेदारी तोड़ी. इसके बाद लाड और नये बल्लेबाज अभिषेक नायर ने विकेट बचाये रखने के लिये अपना सारा कौशल झोंक दिया. सिद्धेष लाड ने अपनी पारी के दौरान 238 गेंदें खेली तथा सात चौके लगाये. नायर ने 108 गेंदों पर आठ रन बनाये.
ऑफ स्पिनर कार्तिक ककाडे ने हालांकि नायर को आउट करके बड़ौदा की उम्मीद जगायी लेकिन धवल कुलकर्णी (31 गेंदों पर नाबाद दो रन) ने लाड का अच्छा साथ दिया. मुंबई ने आखिर में अपनी दूसरी पारी में सात विकेट पर 260 रन बनाये.
मुंबई का ग्रुप सी में यह तीसरा ड्रॉ है और वह 11 अंक के साथ तीसरे स्थान पर है. बड़ौदा के चार मैच में सात अंक हैं.