भारत के सबसे बड़े क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी का आगाज हो चुका है. पहले दिन कुल 17 टीम मैदान पर उतरी. मुकाबले को लेकर कई दिलचस्प बातें सामने आई. संभवत: ऐसा वाक्या आपने पहली बार सुना होगा जबकि पिता ने बेटे को आउट करने के लिए रणनीति बनाई हो. दिल्ली के करनैल सिंह मैदान पर मुंबई और रेलवे के बीच मुकाबला खेला जा रहा है. जिसमें एक तरफ पिता हैं तो दूसरी तरफ बेटा. मुकाबले से पहले रेलवे क्रिकेट टीम के सुपरवाइज़र दिनेश लाड को उनके बेटे सिद्धेश लाड को पवेलियन भेजने के लिए योजना बनानी पड़ी.
रोहित शर्मा के बचपन के कोच के तौर पर पहचाने जाने वाले पश्चिमी रेलवे के पूर्व खिलाड़ी दिनेश को रेलवे ने अपनी सीनियर टीम का सुपरवाइज़र नियुक्त किया है.
दिनेश ने पीटीआई से कहा, ‘‘मुझे कल ही बताया गया कि मैं इस सीजन में रेलवे का सुपरवाइज़र रहूंगा. मुझे अभी तक नियुक्ति पत्र भी नहीं मिला है इसलिए मैं दिन का खेल खत्म होने के बाद ही टीम के खिलाड़ियों से मिलूंगा.’’
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने रेलवे के गेंदबाजों को सिद्धेश को आउट करने के लिए कोई सलाह दी है तो उन्होंने हंसते हुए कहा, ‘‘ किसी पिता के लिए यह काफी मुश्किल काम है. मुझे अपनी टीम के बारे में सोचना है और उसी समय एक पिता के तौर पर भी. मैं नहीं चाहूंगा की मेरे बेटा असफल हो.’’
उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि उन्हें ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘टाइम्स शील्ड टूर्नामेंट के दौरान मैं पश्चिमी रेलवे का कोच था जबकि सिद्धेश भारतीय तेल निगम के लिए खेलता था.’’
इस मैच में बल्लेबाजी करने उतरे सिद्धेश प्रदूषण से बचने के लिए मास्क लगाए दिखे. दिल्ली के प्रदूषण से निपटने के लिए लंच के बाद सद्धेश ने बल्लेबाजी करते समय मास्क के साथ बल्लेबाजी की. उनके साथ बल्लेबाजी कर रहे सूर्यकुमार यादव और रेलवे के फील्डरों ने हालांकि बिना मास्क के लिए अपना खेल जारी रखा.
नवंबर और दिसंबर के महीने में दिल्ली की हवा खराब हो जाती है इससे पहले 2016 में प्रदूषण के कारण बंगाल और गुजरात के बीच फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में मैच रद्द कर दिया गया था. श्रीलंका के खिलाड़ियों को 2017 में इसी मैदान में भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में मास्क में देखा गया था.
बीसीसीबाई ने इसके बाद नवंबर-दिसंबर के महीने में दिल्ली में कोई मैच नहीं कराने का फैसला किया था.