हंबानटोटा: श्रीलंका और जिम्बाब्वे के बीच खेले गए तीसरे वनडे मैच में श्रीलंका ने जिम्बाब्वे को 8 विकेट से हरा दिया. हेमिल्टन मसाकाद्जा की 111 रनों शतकीय पारी के दम पर जिम्बाब्वे ने पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका को 311 रनों का लक्ष्य दिया था, लेकिन निरोश्न डिकवेला (102) और दानुष्का गुणाथिलका (116) की शतकीय पारी के दम पर श्रीलंका ने बिना किसी परेशानी के 47.2 ओवरों में महज दो विकेट खोकर यह मुकाबला जीत लिया.
इसी जीत के साथ ही मेजबान टीम ने पांच वनडे मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त ले ली है. जिम्बाब्वे द्वारा रखे गए चुनौती पूर्ण लक्ष्य के सामने श्रीलंका ने मजबूत शुरुआत की. निरोशन और गुणाथिलका की जोड़ी ने 36.6 ओवरों तक कोई विकेट नहीं गिरने दिया और स्कोर बोर्ड पर 226 रन टांग दिए.
116 गेंदों पर 14 चौके लगाने वाले निरोशन के रूप में मेजबान टीम ने अपना पहला विकेट खोया. 237 के कुल स्कोर पर गुणाथिलका भी पवेलियन लौट लिए. उन्होंने अपनी पारी में 11 गेंदों का सामना किया और 15 चौके तथा एक छक्का लगाया.
इन दोनों के जाने के बाद कुशल मेंडिस (नाबाद 28) और उपुल थंरगा (नाबाद 44) ने टीम को जीत दिलाई. इससे पहले, मेहमान टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिली. पहले मैच में शतक जमाने वाले सोलोमोन मिरे (13) 39 के कुल स्कोर पर आउट हो गए. लेकिन इसके बाद मासाकाद्जा ने मुसाकांडा के साथ दूसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी करते हुए टीम के बड़े स्कोर की नींव रखी.
अर्धशतक से दो रन दूर मुसाकांडा 166 के कुल स्कोर पर आउट हुए. कुछ देर बाद मासाकाद्जा भी आउट हो गए. उन्होंने अपनी पारी में सिर्फ 95 गेंदों का सामना किया और 14 चौके सहित एक छक्का लगाया.
यहां से जिम्बाब्वे की टीम नियमित अंतराल पर विकेट खोती रही. हालांकि अंत में सिकंदर रजा (नाबाद 25) और पीटर मूर (24) ने टीम को 300 के पार पहुंचाने में मदद की.