Ashes Series: इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच 140 साल से खेली जा रही एशेज सीरीज में यूं तो कई रोमांचक मुकाबले हुए लेकिन अगस्त 2005 में हुआ बर्मिंघम टेस्ट अब तक का सबसे रोमांचक मुकाबला रहा. इस मुकाबले में कई उलटफेट के बीच इंग्लैंड ने महज 2 रन से जीत दर्ज की थी. इंग्लैंड की इस जीत के हीरो एंड्र्यू फ्लिंटॉफ रहे थे. इस जीत की बदौलत इंग्लैंड ने 16 साल बाद एशेज ट्रॉफी अपने नाम की थी.
एशेज का पहला मैच जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने जाहिर कर दिए थे इरादे
16 साल से लगातार एशेज ट्रॉफी अपने पास रखने वाली ऑस्ट्रेलिया जब 2005 में इंग्लैंड दौरे पर पहुंची तो वह जीत की प्रबल दावेदार थी. ऑस्ट्रेलिया ने पहला मुकाबला 239 रन से जीतकर अपने इरादे जाहिर कर दिए थे. दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड की टीम भारी दबाव में थी. ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले इंग्लैंड को बल्लेबाजी के लिए बुलाया. इंग्लैंड की सलामी जोड़ी मार्कस ट्रेस्कोथिक (90) और एंड्र्यू स्ट्रॉस (48) ने शतकीय साझेदारी कर टीम पर से दबाव कम किया. इसके बाद मध्यक्रम में केविन पीटरसन (71) और एंड्र्यू फ्लिंटॉफ (68) ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर टीम को पहली पारी में 400 रन के पार पहुंचा दिया. टेस्ट के पहले ही दिन इंग्लैंड ने अपने सभी विकेट खोते हुए 407 रन बना दिए थे. टेस्ट के पहले दिन ने इंग्लैंड की जीत की संभावनाएं जगा दी थी.
शेन वार्न और ब्रेट ली के सहारे ऑस्ट्रेलिया की वापसी
इंग्लैंड की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का जवाब ऑस्ट्रेलिया ने भी तेजी से रन बनाकर दिया. जस्टिन लैंगर (82) और कप्तान रिकी पोंटिंग (61) ने तेजी से रन बटोरे. माइकल क्लार्क (40) और एडम गिलक्रिस्ट (49) ने भी यह सिलसिला जारी रखा और अपनी टीम को 300 पार ले गए. ऑस्ट्रेलिया अपनी दूसरी पारी में 308 रन पर ऑलआउट हुई. इंग्लैंड को पहली पारी के आधार पर 99 रन की लीड जरूर मिली लेकिन दूसरी पारी में इंग्लैंड की टीम को ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने महज 182 रन पर समेट दिया. शेन वार्न की फिरकी और ब्रेट ली की तेज गेंदों के आगे इंग्लिश खिलाड़ी बेबस नजर आए. वार्न ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में 6 और ब्रेट ली ने 4 विकेट चटकाए.
282 रन के लक्ष्य का पीछा करने में आए कई उतार-चढ़ाव
ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 282 रन का लक्ष्य मिला था. ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी रही और टीम ने बिना विकेट खोए 47 रन बना लिए. लेकिन यहां से इंग्लिश गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर ऐसा कहर बरपाया कि 175 रन तक आते-आते टीम के 8 विकेट गिर गए. इंग्लैंड को अब जीत नजदीक ही नजर आ रही थी लेकिन 9वें विकेट के लिए शेन वार्न (42) और ब्रेट लपी (43) के बीच हुई 45 रन की साझेदारी और फिर 10वें विकेट के लिए ब्रेट ली और माइकल केस्प्रोविच (20) के बीच हुई 59 रन की पार्टनरशिप ने ऑस्ट्रेलिया की जीत लगभग तय कर दी थी, हालांकि लक्ष्य से 3 रन पहले ही हार्मिसन ने केस्प्रोविच का विकेट निकाला और इंग्लैंड को 2 रन से एतिहासिक जीत दिला दी. मैच में 141 रन बनाने वाले और 7 विकेट चटकाने वाले एंड्रूय फ्लिंटॉफ 'मैन ऑफ द मैच' चुने गए.
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