IND vs AUS 3rd Test: क्या है लाल और काली मिट्टी का माजरा? तीसरे टेस्ट से पहले इंदौर की पिच पर बवाल
IND vs AUS 3rd Test: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट इंदौर में खेला जाएगा. वहीं, इस मैच से पहले होल्कर स्टेडियम की पिच पर जमकर बवाल शुरू हो गया है.
IND vs AUS, Indore Test Pitch: भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जाएगा. दोनों टीमों के बीच यह मैच 1 मार्च से खेला जाएगा. बहरहाल, इंदौर की पिच को लेकर हंगामा शुरू हो गया है. दरअसल, सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसके आधार पर कहा जा रहा है कि होल्कर स्टेडियम की पिच लाल मिट्टी से बनाई गई है, जबकि पिच का कुछ हिस्सा काली मिट्टी से तैयार किया गया है. सोशल मीडिया पर लगातार फैंस पिच को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
क्या है लाल मिट्टी और काली मिट्टी का माजरा...
दरअसल, ऐसा माना जाता है कि अगर कोई पिच लाल मिट्टी से तैयार की जाती है तो उस पर हल्की घास छोड़ दी जाती है. इस तरह की विकेट पर उछाल और स्पीड देखने को मिलती है. वहीं, अगर पिच काली मिट्टी से बनी है तो माजरा अलग होता है. काली मिट्टी से बनी पिच पर गेंद रूककर आती है और स्पिनरों की गेंद काफी टर्न होती है. गौरतलब है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मैच बुधवार से इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जाएगा. फिलहाल, रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम सीरीज में 2-0 से आगे है. भारत ने नागपुर और दिल्ली टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को हराया.
A couple of 📸 of the pitch at Holkar Cricket Stadium, Indore two days out from the third #INDvAUS Test.
— cricket.com.au (@cricketcomau) February 27, 2023
Are you batting or bowling first? pic.twitter.com/QRd24TNH1L
पहले बल्लेबाजी के लिए अनुकूल होगी पिच?
बहरहाल, इंदौर पिच की बात करें तो अगर पिच लाल मिट्टी से बनी है तो पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को फायदा होगा, क्योंकि फ्रेश पिच पर गेंद में उछाल होगी, तो बल्लेबाजी के लिए पिच अनुकूल होगा. इस तरह टॉस की भूमिका अहम हो जाती है. ऐसी पिचों पर टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी करना पसंद करेंगे. पिछले दिनों इंदौर की पिच पर रोलर चलाया गया था, इसके अलावा पानी छोड़ा गया था. हालांकि, अब देखना दिलचस्प होगा कि इंदौर की पिच किस तरह खेलती है... यहां बल्लेबाज आसानी से रन बनाने में कामयाब होंगे या फिर गेंदबाजों को पिच से मदद मिलती है?
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