पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को कोचिंग दे चुके अशोक मुस्तफी का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को निधन हो गया. अशोक मुस्तफी 86 साल के थे. उनके परिवार में एक बेटी है, जो लंदन में रहती है. अशोक ने बंगाल के लिए दो मैच खेले थे, लेकिन वह एक अच्छे कोच थे.
वह दुखीराम क्रिकेट कोचिंग सेंटर के कोच थे, जहां गांगुली सहित कई क्रिकेटरों को कोचिंग दी गई थी. गांगुली के पिता ने उनके शुरूआती दिनों में उन्हें मुस्तफी के मार्गदर्शन में सीखने के लिए कोचिंग सेंटर भेजा था.
बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष अविषेक डालमिया ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "मैं मुस्तफी सर के निधन से दुखी और हैरान हूं. क्रिकेट में उनका योगदान, विशेषकर खिलाड़ियों का करियर बनाने को हमेशा याद रखा जाएगा. उनके परिवार के प्रति गहरी संवदेनाएं. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे."
सौरव गांगुली के लिए मुश्किल वक्त
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के लिए यह बेहद मुश्किल वक्त है. सौरव गांगुली के परिवार में कुछ पहले ही कोरोना दस्तक दे चुका है. सौरव गांगुली के बड़े भाई और पूर्व रणजी खिलाड़ी स्नेहाशीष हाल ही में कोरोना पॉजिटिव पाए थे.
बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर सौरव गांगुली के भविष्य की तस्वीर साफ नहीं है. बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर सौरव गांगुली का कार्यकाल आधिकारिक तौर पर समाप्त हो चुका है. लेकिन कार्यकाल बढ़ाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई बाकी होने की वजह से वह अपने पद पर बने हुए हैं.
वर्ल्ड कप सुपर लीग में इंग्लैंड का जीत के साथ आगाज, आयरलैंड को 6 विकेट से मात दी