'नेहराजी' को गांगुली ने दिया था एक दूसरा 'निक नेम', युवराज सिंह ने किया खुलासा
18 साल के लंबे क्रिकेटिंग करियर के बाद आशीष नेहरा ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया. न्यूजीलैंड के खिलाफ नेहरा ने अपना आखिरी टी-20 मैच खेला. साल 1999 में श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू करने वाले नेहरा ने 17 टेस्ट, 120 वनडे और 27 टी-20 मैच खेले.
नई दिल्ली: 18 साल के लंबे क्रिकेटिंग करियर के बाद आशीष नेहरा ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया. न्यूजीलैंड के खिलाफ नेहरा ने अपना आखिरी टी-20 मैच खेला. साल 1999 में श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू करने वाले नेहरा ने 17 टेस्ट, 120 वनडे और 27 टी-20 मैच खेले.
उन्हें आखिरी विदाई दिल्ली के फिरोजशाह कोटला के मैदान पर दी गई. ये विदाई कई मायनों में यादगार रहेगी, क्योंकि भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 मैच में जीत का खाता खोला. जैसे ही टीम इंडिया को जीत मिली, साथी खिलाड़ियों ने नेहरा को अपने कंधों पर बिठाकर मैदान में घुमाया और इस तरह एक शानदार व यादगार विदाई दी. क्रिकेट की दुनिया से जुड़े तमाम दिग्गजों ने नेहरा को आगे के लिए शुभकामनाएं दी लेकिन उनके साथ लंबे वक़्त तक खेल वाले युवराज सिंह ने उन्हें एक अलग अंदाज में याद किया.
युवराज ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक लंबा पोस्ट लिखकर उन दिनों को याद किया जब वे एक साथ खेला करते थे.
युवराज ने लिखा, ‘आशू भाई के बारे में यही कहूंगा कि वो एक बेहद ही ईमानदार इंसान हैं, वो दिल के बहुत साफ आदमी हैं, लेकिन मेरे लिए वह हमेशा आशू या नेहरा जी रहा, एक मजेदार इंसान जो ईमानदार था और कभी अपनी टीम को झुकने नहीं देता था.’
युवी ने लिखा है, ‘मैं अंडर 19 के दिनों में उससे मिला था. वह भज्जी के साथ कमरे में रहता था, मैं उससे मिलने गया तो एक दुबला, पतला लड़का देखा जो सीधा खड़ा भी नहीं हो पा रहा था. वह एक पल बैठता और अगले ही पल स्ट्रेच करता या आंखें मटकाता. मुझे ये बड़ा मजेदार लगा. बाद में जब हम भारत के लिए खेले तो पता चला कि आशू सीधा खड़ा ही नहीं रह सकता है.’
युवराज ने कहा, ‘सौरव गांगुली ने आशू को ‘पोपट’ नाम दिया था क्योंकि वह बात बहुत करता था. मतलब कि वह पानी के भीतर भी बात कर सकता है, ऊपर से वो मजेदार है. उसकी बॉडी लैंग्वेज ही ऐसी है कि मजा आ जाता है. अगर आप आशीष नेहरा के साथ हो तो आप का दिन खराब नहीं हो सकता. नो चांस, वो बंदा आपको हंसा-हंसा के गिरा देगा.’
युवी ने आगे लिखा, वे मेरे लिए प्रेरणा है, '38 साल की उम्र में नेहरा तेज गेंदबाजी करते हैं तो मै 36 की उम्र में बल्लेबाजी क्यों नहीं कर सकता.