नई दिल्ली: भारत और श्रीलंका के बीच जारी तीसरे और अंतिम टेस्ट के तीसरे दिन श्रीलंकाई टीम ने मुकाबले में वापसी की है. लेकिन इस मैच में दूसरे दिन मैदान पर जो ड्रामा देखा गया उससे काफी लोग निराश हैं. अंतिम टेस्ट मैच के दूसरे दिन का प्रदूषण के कारण दो बार रोका गया. निराश लोगों की लिस्ट में अब पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का नाम भी आ गया है.
सौरव गांगुली ने श्रीलंकाई टीम के दोहरे रवैये पर जमकर लताड़ लगाई.
गांगुली ने एक बड़े न्यूज़ चैनल से कहा, 'विराट और टीम मैनेजमेंट को लगा कि गेम उनके हाथ से निकल रहा है, उनका वक्त जाया हो रहा है इसलिए उन्होंने पारी डिक्लेयर कर दी. शानदार बल्लेबाज़ी कर रहे विराट भी अपनी एकाग्रता खो बैठे, और आउट हो गए. लेकिन जब वे बल्लेबाजी करने आए तो मैंने उन पांचों बल्लेबाजों के मुंह पर कोई मास्क नहीं देखा जो क्रीज पर रहे. किसी ने मास्क नहीं लगा रखा था और अगर आप पवेलियन की तरफ देखें जहां वे बैठे थे, वहां भी कोई मास्क नहीं था। इसलिए, मुझे नहीं समझ आता कि इतनी जल्दी सबकुछ कैसे बदल गया.”
इससे आगे भी दादा ने कहा, 'अगर गामगे और लकमल को मास्क के साथ दौड़ रहे थे तो एंजेलो मैथ्यूज भी सिंगल और डबल ले रहे थे. ये तो एक जैसी ही बात है. मुझे जिस चीज ने चौंकाया कि उन्होंने कभी शिकायत नहीं की, मास्क पहना और इसका बतंगड़ बना दिया. ये परेशान करने वाली बात है और मुझे उम्मीद है कि इसके पीछे कोई बुरी भावना नहीं है.”
सौरव गांगुली के अलावा बीते दिन ही भारतीय टीम के गेंदबाज़ी कोच भरत अरूण ने भी श्रीलंकाई खेमे को लताड़ लगाई थी. उन्होंने कहा था कि ‘‘मुझे लगता है कि विराट ने दो दिन के करीब बल्लेबाजी की. उसे मास्क की जरूरत नहीं पड़ी. हमारा ध्यान इस पर था कि हमें क्या करना है और क्या हासिल करना है. हालात दोनों टीमों के लिए समान थे इसलिए हम इसे लेकर परेशान नहीं हैं.’’