नई दिल्ली: सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण वाली क्रिकेट सलाहकार समिति(CAC) की मांगो को सिरे से खारिज करते हुए बीसीसीआई ने मंगलवार को भरत अरूण को गेंदबाज़ी कोच नियुक्त किया. भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने भरत अरुण को 2019 आईसीसी वर्ल्ड कप तक के लिए टीम इंडिया का गेंदबाजी कोच बनाए जाने पर किसी भी प्रकार की टिपण्णी करने से इंकार कर दिया. 



गांगुली से जब टीम इंडिया के नए गेंदबाज़ी कोच भरत अरूण को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'इस मामले में पहले ही बहुत कुछ कहा जा चुका है. मैं इस पर कुछ भी नहीं कहना चाहता.' 



कुछ दिन पहले ही सौरव गांगुली की अगुवाई वाली सचिन और लक्ष्मण की सीएसी ने रवि शास्त्री को टीम इंडिया का हेड कोच, जबकि ज़हीर खान को गेंदबाज़ी और राहुल द्रविड़ को विदेशी दौरों के लिए बल्लेबाज़ी कोच बनाने की सिफारिश की थी. कुछ दिन पहले ही खुद गांगुली ने भी ये साफ किया था कि ज़हीर टीम के साथ साल में 150 दिन काम करेंगे. 



हालांकि ज़हीर और द्रविड़ का टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ में क्या भविष्य होगा. इस पर बीसीसीआई के सेक्रेटरी अमिताभ चौधरी ने कहा कि 'अभी तक वो इन दोनों दिग्गज़ों को लेकर किसी फैसले पर नहीं पहुंचे हैं.'



जबकि बीसीसीआई ने 26 जुलाई से शुरू होने वाले श्रीलंका दौरे से पहले रवि शास्त्री को उनकी पसंद का सपोर्ट स्टाफ दे दिया है. गेंदबाज़ी कोच भरत अरूण के अलावा संजय बांगर बल्लेबाज़ी कोच जबकि आर श्रीधर फील्डिंग कोच की भूमिका में नज़र नहीं आएंगे.  



भरत अरूण के साथ रवि शास्त्री की अंदर-19 के दिनों से करीबी रही है. जबकि जिस दौरान रवि शास्त्री टीम इंडिया के टीम मैनेजर थे तब भी भरत ही टीम इंडिया के गेंदबाज़ी कोच थे. 



26 जुलाई से शुरू होने वाले श्रीलंका दौरा रवि शास्त्री समेत पूरे सपोर्ट स्टाफ के लिए पहली चुनौती होगा.