गांगुली ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में कहा, "नहीं, मुझे नहीं लगता कि कमिंस की कीमत ज्यादा है. इसका सीधा संबंध उनकी मांग से है. इस तरह की छोटी नीलामी खिलाड़ियों के पीछे जाने के लिए ही होती हैं. बेन स्टोक्स भी इसी तरह की नीलामी का हिस्सा बने थे और इसलिए 14 करोड़ रुपये उन्हें मिले थे."
कमिंस दूसरी बार कोलकाता के लिए खेलेंगे. वह 2014 में इस फ्रेंचाइजी के लिए खेल चुके हैं, इसी साल कोलकाता ने दूसरी बार खिताब अपने नाम किया. आईपीएल-2020 की नीलामी में मालामाल होने वाले कमिंस लीग इतिहास में सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बन गए हैं.
गांगुली ने कहा, "ईडन की सख्त और हरी पिच पर जहां तेज गेंदबाजों को बाउंस ज्यादा मिलता है वहां कोलकाता मजबूत होगी. मुझे लगता है कि दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता में प्रतिस्पर्धा थी जिसमें एक निश्चित समय के बाद दिल्ली ने हार मान ली. इसलिए मुझे लगता है कि यह आपूर्ति और मांग की बात है."