सौरव गांगुली कोरोनावायरस की तुलना खतरनाक पिच से की, कहा- रन बनाने हैं और विकेट बचाना है
सौरव गांगुली मार्च के दूसरे हफ्ते के बाद से ही अपने घर पर मौजूद हैं. मार्च के दूसरे हफ्ते से बीसीसीआई का पूरा स्टाफ वर्क फॉर्म होम कर रहा है.
कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए भारत में 17 मई तक लॉकडाउन को बढ़ाया जा चुका है. बीसीसीआई चीफ सौरव गांगुली ने महामारी की तुलना बेहद ही खतरनाक पिच पर खेले जाने वाले टेस्ट मैच से की है. सौरव गांगुली ने कहा है कि वह खुद को घर पर सुरक्षित हैं, लेकिन बाहर के माहौल की उन्हें चिंता हो रही है.
सौरव गांगुली ने कहा, ''मुझे लॉकडाउन से कोई परेशानी नहीं है. मुझे अपने परिवार के साथ वक्त गुजारने का मौका मिल रहा है. लेकिन देश में जिस तरह से हालात बन रहे हैं वह काफी चिंतित करने वाले हैं.'' गांगुली ने कोरोना की वजह से बनी स्थिति को खतरनाक पिच पर खेले जाने वाले टेस्ट मैच के जैसा बताया. उन्होंने कहा, ''गेंद की स्पिन और सीम दोनों मिल रहा है. बल्लेबाज के पास गलती करने का कोई मौका नहीं है.''
सौरव ने आगे कहा, ''टेस्ट मैच बेहद ही खतरनाक पिच पर हो रहा है. बिना गलती के बल्लेबाज को रन बनाने हैं और अपना विकेट भी सुरक्षित रखना है. इसी तरीके से जीत मिल सकती है. यह बेहद मुश्किल काम हैं, लेकिन मुझे उम्मीद है की एक साथ मिलकर हम जीत हासिल कर सकते हैं.''
देश में बने हालात पर चिंता जाहिर करते हुए गांगुली ने कहा, ''स्थिति बहुत खतरनाक है. लोगों को बेहद तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है. महामारी को कैसे रोका जाए यह हमारे समझ में अब भी नहीं आ रहा है. पूरी दुनिया में जो हालात हैं उनसे मुझे चिंता हो रही है. हमें नहीं पता कि ये हालात कैसे बने. हमारी ऐसे हालात को लेकर कोई तैयारी नहीं थी.''
बता दें कि सौरव गांगुली अक्टूबर में बीसीसीआई के अध्यक्ष बने थे. अपने छोटे से कार्यकाल में गांगुली के सामने महामारी की वजह से प्रभावित हुए क्रिकेट को संभालने का संकट आ गया है. हालांकि सौरव गांगुली पहले ही साफ कर चुके हैं कि इस वक्त इंडियन प्रीमियर लीग का आयोजन संभव नहीं है.
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